हरीश रावत और उनकी बेटी अनुपमा रावत ने दर्ज कराया मुकदमा ।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनकी बेटी अनुपमा रावत ने उनके खिलाफ झूठी खबरों को फैलाने के मामले में एफ आई आर दर्ज कराई है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट लिखी है जिसमें उन्होंने कहा है कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रसंग को मैं अपनी ओर से यहीं समाप्त करना चाहता हूं। और इन झूठी अफवाहों से एक बात तो स्पष्ट है कि कुछ लोग मुझको केवल मुस्लिम प्परस्त दिखाकर मेरी राजनीति को यहीं समाप्त करना चाहते हैं।
इस मामले में जो भी प्राथमिकता दर्ज की गई है वह झूठे अखबारों और बिकाऊ चैनल से छपवाकर केवल उनकी छवि को धूमिल करने की साजिश की गई थी। यहां तक कि भाजपा और उनके सिपाहियों ने भी यह साजिश एक चक्रव्यू की तरह विधानसभा चुनाव में एक अस्त्र की भांति प्रयोग किया है। लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि मैं किसी धर्म या जाति का समर्थन नहीं करता हूं मैं मानवता के प्रति और अपने दायित्व के लिए राजनीति करता हूं।
साथ ही उन्होंने लिखा है कि कुछ लोग अब ये अस्त्र मेरे बाद मेरी बेटी की राजनीति में भी अपना रहे हैं।
हरिद्वार ग्रामीण से अनुपमा रावत की छवि को भी धूमिल करने की साजिश कर रहे हैं कुछ लोग कह रहे हैं कि मात्र मुस्लिमों के वोटों से अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण से जीती हैं। तो मैं उन लोगों को बता दूं कि वह किसी मुस्लिम के वोटों से नहीं बल्कि जनता के आशीर्वाद से जीती हैं।