संदिग्ध कैदियों के लिए अनिवार्य हुआ Anti-PCR Test
जेलों में प्रवेश करने वाले संदिग्ध बंदियों व कैदियों (Suspected Inmates) के लिए अब Anti-PCR Test अनिवार्य कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सभी जेल अधीक्षकों (Jail Superintendents) को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी कैदी में कोविड लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाई जाए।
संक्रमित राज्यों से आने वाले कैदियों को क्वारंटीन किया जाएगा
जिन राज्यों में Covid-19 cases की संख्या अधिक है, वहां से आने वाले बंदियों को कम से कम एक सप्ताह तक क्वारंटीन (Mandatory Quarantine) में रखा जाएगा। यह कदम जेल में संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लिया गया है।
डीजी हेल्थ के निर्देश: जीनोम सिक्वेंसिंग होगी जरूरी
महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखंड की प्रभारी डा. सुनीता टम्टा ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोरोना लक्षण वाले मरीजों की तुरंत जांच की जाए और पॉजिटिव सैंपल्स को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाए।
2020 की तरह फिर से बनाई जा सकती है अस्थायी जेल
2020 के कोरोनाकाल के दौरान जब बड़ी संख्या में कैदी संक्रमित हुए थे, तब सुद्धोवाला महिला पॉलिटेक्निक को अस्थायी जेल में बदला गया था। इस बार भी संक्रमण बढ़ने पर वैसी ही व्यवस्था लागू की जा सकती है। अभी भी क्वारंटीन सेंटर की व्यवस्था चालू है।
देहरादून जिले में कोरोना की स्थिति: 3 नए केस, 38 कुल संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मंगलवार को देहरादून जिले में तीन नए संक्रमित मरीज पाए गए। संक्रमितों में एक 20 वर्षीय युवती, एक 41 वर्षीय महिला और एक 45 वर्षीय पुरुष शामिल हैं। अब तक जिले में कुल 38 कोरोना केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 30 देहरादून, 1 हरिद्वार और 7 अन्य राज्य से हैं।
एक्टिव केस की स्थिति व प्रशासन की अपील
फिलहाल जिले में तीन एक्टिव केस हैं, जिनमें से दो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं और एक होम आइसोलेशन में है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन आमजन को एहतियात बरतने की जरूरत है।
कोरोना से बचाव के लिए सीएमओ की गाइडलाइन
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Covid-19 Protocol का पालन करें
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भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें
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मास्क का उपयोग जरूर करें
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नियमित रूप से हाथ धोएं और सैनिटाइजर का प्रयोग करें
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कोई लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराएं
