डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने राज्यभर में रोकथाम के लिए एक व्यापक अभियान शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशानुसार सभी विभागों को सक्रिय रूप से काम करने की एडवाइजरी जारी की गई है।
मुख्य बातें:
1. सामूहिक जिम्मेदारी से डेंगू पर नियंत्रण:
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि डेंगू पर नियंत्रण केवल विभागीय समन्वय और सामूहिक जागरूकता से ही संभव है। इसके लिए सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
2. डेंगू मच्छर के प्रजनन स्थलों की पहचान और सफाई:
डेंगू मच्छर साफ और ठहरे हुए पानी में पनपता है। एडवाइजरी में ऐसे स्थानों की पहचान कर नियमित सफाई और निगरानी के निर्देश दिए गए हैं, जैसे कि पुराने टायर, निर्माण स्थल, और पानी टंकी आदि।
3. ये विभाग रहेंगे एक्टिव मोड में:
स्वास्थ्य, शहरी विकास, नगर निगम, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, सिंचाई, कृषि, शिक्षा, सूचना, आपदा प्रबंधन, परिवहन, पर्यटन, मौसम विभाग, महिला एवं बाल विकास और वन विभाग को सामूहिक रूप से डेंगू नियंत्रण अभियान में शामिल किया गया है।
4. समूह आधारित स्वच्छता अभियान:
शहरी विकास और ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से हर जिले में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें डेंगू के लार्वा की पहचान कर उन्हें नष्ट कर रही हैं।
5. स्कूली छात्रों के जरिए जागरूकता फैलाने की योजना:
शिक्षा विभाग को स्कूलों में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। छात्र-छात्राएं अपने परिवार और आस-पास के लोगों को डेंगू से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी देंगे।
निष्कर्ष:
उत्तराखंड सरकार डेंगू से बचाव को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है। विभागीय समन्वय, जन-जागरूकता और स्वच्छता के माध्यम से डेंगू पर नियंत्रण पाने का लक्ष्य रखा गया है। आमजन से अपील है कि घर और आसपास पानी जमा न होने दें, और सरकारी प्रयासों में सहयोग करें।