लचर व्यवस्था-वृद्धा लाचार। तेल न होने का बहाना कर नहीं पहुंची 108 सेवा
रिपोर्ट- प्रभुपाल सिंह रावत
पौड़ी। जनपद पौडी गढ़वाल के रिखणीखाल में 108 एम्बुलेंस की व्यथा के हालत व आज दिनांक- 13/04/20 की रोचक कहानी है। ग्राम नावेतली के प्रधान व अन्य जागरूक नागरिको व देहरादून से प्रभुपाल सिंह रावत ने 108 एम्बुलेंस जो कि, उत्तराखंड सरकार की बडी उपलब्धि गिनी जाती है, को फोन लगाया तो जवाब मिला है कि, रिखणीखाल मे एक ही गाडी है। जो कि तेल विहीन है। तथा तेल भराने अस्सी किलोमीटर दूर जा रही है।आप रिखणीखाल तक मरीज को पैदल ले आओ। जबकि मरीज गम्भीर है। मरीज का नाम वृद्धा घेलमा देवी पत्नी स्व० गजे सिंह गुसाई ग्राम नावेतली उम्र 75 वर्ष है। वैसे ही आजकल सभी जगह आपातकाल जैसी स्थिति है। ऐसे में अस्पताल का यह हाल है कि, यदि मरीज रिखणीखाल स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच भी जाता तो न वहां एक्सरे है न ही पैथोलोजी है। एक्सरे अगर है भी तो संचालन करने वाला नही है। ऐसे में समाजसेवी प्रभुपाल ने फेसबुक के माध्यम से लैंसडौन विधयक और रिखणीखाल भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश देवरानी से 75 वर्षीय असहाय वृद्धा के लिए मदद मांगी। उन्होंने लिखा कि, मा. विधायक जी लैसडौन, रिखणीखाल भाजपा मंडल अध्यक्ष श्री राकेश देवरानी जी अभी आपके फेसबुक पर एक सूचना पढी फिर याद आया कि, कुछ सहायता की मांग क्यों न की जाए। महोदय निवेदन है कि, दिनांक- 10/04/20 को ग्राम नावेतली की 75 वर्षीय वृद्धा महिला श्रीमती घेलमा पत्नी स्व. गजे सिंह गुसाई उत्तराखंड ग्रामीण बैंक कोटडीसैण से वापस अपने घर आते समय भंडूखाल के पास लगभग शाम सात बजे सड़क से उतरते समय तीस फीट गहरी खाई मे गिर गई थी, तथा उनके मुंह, हाथ, पैरो व कमर पर गम्भीर चोटे-खरोचे आयी है।लेकिन इलाज के अभाव में बिस्तर पर ही कराह रही है। उनका लडका सत्यपाल सिह गुसाई उर्फ बन्दरू बेरोजगार व असहाय है। वह पैसे की तंगी के कारण इधर-उधर चिकित्सा के लिए उठाने में बिल्कुल हार गया है। वृद्धा लाचार हो गई है यहाँ तक की मल-मूत्र त्यागने के लिए भी नही उठ सकती।निवेदन है कि, इस महिला के उचित इलाज को आगे कदम बढाने की कृपा करोगे। वृद्धा केवल वृद्धा पेंशन पर आधारित है। अन्य कोई भी कमाने का साधन नही है। इसे भंडूखाल से नावेतली तक रात मे चारपाई पर ले गये। उनके लडके ने साफ हाथ खडे कर दिए है। मदद की सख्त आवश्यकता है।