उत्तराखंड की राजधानी में भारत सरकार की इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की टीम ने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के ठिकानों पर जांच की। यह कार्रवाई अधिकारी की पत्नी द्वारा संचालित एक शोरूम में हुई, जहां टीम ने करीब पांच घंटे तक महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाईं। इस जांच के बाद आईएएस अधिकारी की जल्द होने वाली पदोन्नति को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के अनुसार, मसूरी रोड स्थित एक मॉल में आईएएस अधिकारी की पत्नी का साड़ी और सूट का शोरूम है, जहां उच्च वर्ग की महिलाएं खरीदारी करना पसंद करती हैं। आईबी की टीम ने इस शोरूम में गहन जांच-पड़ताल की और वहां मौजूद स्टाफ से भी पूछताछ की। इसके अलावा, टीम ने राजधानी के अन्य इलाकों में भी आईएएस अधिकारी से जुड़ी जानकारियां इकट्ठा कीं।
पदोन्नति पर अड़चन या साजिश?
सूत्रों का दावा है कि अधिकारी की पदोन्नति को रोकने के लिए एक प्रभावशाली लॉबी सक्रिय है, जिसे सत्ता के एक वरिष्ठ नेता का समर्थन प्राप्त है। इसी लॉबी के दबाव में आईबी की यह जांच करवाई गई है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जांच के दौरान टीम को अधिकारी के खिलाफ कोई ठोस प्रमाण मिला या नहीं।
मीडिया से खबर दबाने की कोशिश
इस जांच को लेकर मीडिया तक खबर न पहुंचे, इसके लिए भी विशेष प्रयास किए गए। हालांकि, सूचना लीक होने के बाद इसे दबाने की कोशिशें की गईं। सचिवालय में दो दिन की छुट्टी होने के चलते यह मामला फिलहाल चर्चा से बाहर है, लेकिन अधिकारी की पदोन्नति का फैसला इस जांच के निष्कर्षों पर निर्भर करता नजर आ रहा है।
अब देखना यह होगा कि आईबी की जांच से आईएएस अधिकारी की पदोन्नति पर असर पड़ता है या फिर वे अपने प्रभाव से इसे सुरक्षित रख पाते हैं। फिलहाल, इस प्रकरण ने नौकरशाही और राजनीतिक गलियारों में हलचल जरूर मचा दी है।