समाजसेवी और पुलिस ना होते तो गरीबो के हालात क्या होते
रिपोर्ट- सतपाल धानिया
विकासनगर। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस में बेरोजगार और भुखमरी की कगार पर पहुंचे लोगो का हाथ समाजसेवी और पुलिस ना थामती तो हालात बहुत ही बदतर हो जाते।वैश्विक महामारी में जिस तरह से समाजसेवियों और पुलिस ने मोर्चा संभाला है वह अकल्पनीय है। साथ ही एक संदेश भी है कि, पूरी दुनिया के लिऐ हिंदुस्तान में कोई भी आपदा आ जाये देश का कुछ नही बिगाड़ सकती क्योंकि हिंदुस्तान की अवाम एक दूसरे के सहयोग के लिऐ हमेशा तत्पर है। वैश्विक महामारी में वैसे तो पूरा देश एक दूसरे का सहयोग कर रहा है। लेकिन कुछ चेहरे ऐसे भी है जो लगातार जरूरतमंदों की सेवा में लगे है।
ऐसा ही एक नाम है गगन अंथवाल इनके द्वारा लंबे समय से जरूरतमंदों का सहयोग किया जा रहा है। गगन अंथवाल और इनका पूरा परिवार जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने में लगा हुआ है। रात दिन लगकर लोगो के लिऐ खाने के पैकेट तैयार करते है, और फिर गांव-गांव घूमकर जरूरतमंदों को चिह्नित कर उनके घरों तक खाद्य सामग्री पहुंचाते है। इनके द्वारा लॉकडाऊन शुरू होने से लेकर आज तक सैकड़ों लोगो तक खाद्य सामग्री पहुंचाई गयी है।
तो वही बात करे सेलाकुई पुलिस थाना और थानाध्यक्ष विपिन बहुगुणा की तो इनके सहयोग को युगों तक याद रखा जाऐगा। सेलाकुई पुलिस थाने के द्वारा हजारो लोगो के खाने की व्यवस्था अपने माध्यम से की जा रही है। सरकार का सहयोग सेलाकुई में नाममात्र ही देखने को मिल रहा है।थानाध्यक्ष विपिन बहुगुणा द्वारा समाजसेवियों और दानदाताओं से खाद्य सामग्री एकत्र कर जरूरतमंदों तक पहुंचाई जा रही है। साथ ही सैकड़ों मजदूरो को खाना बनाकर भी खिलाया जा रहा है। सेलाकुई में जो सहयोग जरूरतमंदों का पुलिस द्वारा अपने माध्यम से किया गया है वह अकल्पनीय है। सुरक्षा और सेवा का पुलिस का ऐसा उदाहरण कभी देखने को नही मिला है।
समाजसेवी विनोद चौहान की जितनी भी सराहना की जाये वो कम होगी इनके द्वारा बाईस मार्च से लगातार गांव-गांव जाकर लोगो क़ो खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है। सुबह होते ही विनोद चौहान और उनकी टीम गाड़ियों में खाद्य सामग्री भरकर जरूरतमंदों के दरवाजे पर पहुंच जाते है। क्षेत्र में इनके द्वारा दो हजार से अधिक लोगो तक खाद्य सामग्री पहुंचायी जा चुकी है और उनका कहना है कि, क्षेत्र में उनका यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक क्षेत्र के हर जरूरतमंद तक खाद्य सामग्री ना पहुंचा दे।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामपुर राशिद पहलवान द्वारा रामपुर चोई बस्ती, शंकरपुर, सहसपुर, लक्ष्मीपुर आदि गांवो में खाद्य सामग्री वितरित की गयी। इनके द्वारा पाँच सौ परिवारो तक खाद्य सामग्री पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। इनके द्वारा घर-घर जाकर लोगो को चिन्हित किया जा रहा है, और जो भी व्यक्ति बेरोजगारी की वजह से भुखमरी की कगार पर आ गए है। उन्हें हर संभव सहयोग किया जा रहा है। जिससे किसी भी व्यक्ति को भूखा ना सोना पड़े।
पूर्व राज्यमंत्री गुलजार अहमद की पाँच हजार जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने की मुहिम लगातार जारी है। इसी मुहिम के तहत गुलजार अहमद द्वारा धर्मावाला, शाहपुर, कल्याणपुर, कुन्जा ग्रांट, मटक माजरी, सहसपुर, ढाकी, खुशहालपुर गांव के सैकड़ों परिवारो तक खाद्य सामग्री पहुंचायी गयी है। गुलजार अहमद का कहना है कि, क्षेत्र में किसी भी परिवार को किसी भी तरह की कोई परेशानी नही आने दी जायेगी और जब तक लॉकडाउन की अवधि है, लोग अपने रोजगार पर वापस नही लौटते तब तक जरूरतमंदों की हर जरूरत को पूरा किया जाऐगा। खाद्य सामग्री के साथ वह मास्क और सेनेटाइजर भी लोगो को वितरित कर रहे है और लोगो से लॉकडाऊन का पालन व शारीरिक दूरी बनाए रखने की अपील भी कर रहे है।