रवि गुप्ता
मंडल ब्यूरो चीफ (बरेली)
पीलीभीत।नवरात्रि के अंतिम दिन अथवा नवमी को माता दुर्गा की नौवीं शक्ति *माँ सिद्धिदात्री जी* की उपासना की जाती है। इस दिन माँ भक्तों पर सभी प्रकार की सिद्धियों को प्रदान करती हैं। माँ के पास महिमा, प्राप्ति, गरिमा, लघिमा,ईशित्व और वशित्व यह आठ सिद्धियाँ हैं। जिनकी प्राप्ति के लिए इंसान जप तप करता है और अपनी मनोकामना को पूर्ण करता है।
नवरात्रि के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार ने अपने परिवार के साथ कन्या पूजन कर बेटियों के महत्व को रेखांकित किया। इस अवसर पर उन्होंने कन्याओं को भेंट स्वरूप किताबें और शिक्षण सामग्री प्रदान की।
कन्या पूजन के बाद राज्य मंत्री ने कहा कि बेटियां सिर्फ पूजन के लिए नहीं, बल्कि शिक्षा और सम्मान के लिए भी हक़दार हैं।उन्होंने सरकार के नारे “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” को स्मरण कराते हुए कहा कि इसे वास्तविक रूप में धरातल पर उतारना ही सच्चा सम्मान है।
बेटियों के सम्मान और न्याय पर राज्य मंत्री ने अपने वक्तव्य में बेटियों के शोषण और समाज में घट रही दर्दनाक घटनाओं पर चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि यह विडंबना है कि एक ओर नवरात्रि पर बेटियों की पूजा होती है, वहीं दूसरी ओर समाज में बेटियां अन्याय का शिकार होकर न्याय के लिए दर-दर भटकती हैं। यह स्थिति समाज और व्यवस्था दोनों के लिए शर्मनाक है।
वहीं दूसरी ओर पीलीभीत नगर पालिका अध्यक्ष आस्था अग्रवाल के द्वारा भी नगर पालिका कार्यालय में स्थित मंदिर पर कन्या पूजन कर कन्या भोज एवं उपहार भेंट किया। पीलीभीत नगर पालिका अध्यक्ष आस्था अग्रवाल ने आह्वान किया कि बेटियों को केवल नवरात्र पर पूजने की परंपरा तक सीमित न रखकर, उन्हें शिक्षा, सुरक्षा और समान अवसर देने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा, “जब तक बेटियों को वास्तविक न्याय और समान अधिकार नहीं मिलते, तब तक हमारा समाज प्रगतिशील नहीं कहलाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार ने अपने आवास पर हवन पूजन के उपरांत कन्या भोज करवाया।