उत्तराखंड में एसटीएफ ने वीडियो/वीपीडियो भर्ती घोटाले में जमकर आरोपियों की धरपकड़ की हुई है।
इस भर्ती घोटाले में हर रोज बड़े और नए नाम सामने आ रहे हैं। कुछ दिन से जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह का नाम जोरों से चर्चाओं में चल रहा है।
लगातार यह बात हो रही है कि इस भर्ती घोटाले में जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह पूरी तरह से सलिप्त है। जिसके बाद उत्तरकाशी के मोरी से जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह थाईलैंड भाग गए। वहां से उन्होंने ‘हस्तक्षेप’ के बताया कि वह पंचकर्मा और मेडिटेशन का सामान लेने थाईलैंड गए हैं।
हाकम सिंह का कहना है कि मेरा इस भर्ती घोटाले से कहीं कोई लेना देना नहीं है।
जब उनसे पूछा गया कि आपके भाई की पत्नी का इस पेपर में सलेक्शन हुआ है। जिसमें कहीं न कहीं आपका नाम सामने आ रहा है तब उन्होंने कहा कि “मेरे भाई और उनकी बीवी से मेरा कोई लेना देना नहीं है। मेरे भाई की बीवी ने मेहनत करके यदि पेपर पास किया है तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं।”
हाकम सिंह का कहना है कि “मुझे बदनाम करने की यह पूरी साजिश रची जा रही है। विपक्षी नेता मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।”
हाकम सिंह का यह भी कहना है कि “जो 13 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं उनसे मेरा दूर-दूर तक कोई भी लेना देना नहीं है वैसे भी वह कुमाऊं से आते हैं मैं उन्हें कैसे जानूगा।”
हाकम सिंह ने उनके खिलाफ साजिश रचने वालों को और उनके नाम का दुष्प्रचार का भर्ती घोटाले से जोड़ने वालों के खिलाफ मानहानि दावा करने की भी बात कही है।
हाकम सिंह का कहना है कि मैं थाईलैंड भाग कर नहीं आया हूं। मैं टूरिस्ट वीजा पर सामान खरीदने के लिए थाईलैंड आया हूं और मेरी वापसी 10 अगस्त को होनी है जिसके बाद में अपने खिलाफ दुष्प्रचार करने वालों पर मानहानि का दावा करूंगा।
जब उनसे पूछा गया कि एसटीएफ ने यदि आपको बुलाया तो क्या आप वहां जाएंगे इस पर हाकम सिंह ने कहा कि “मैं जरूर ही एसटीएफ के सामने पेश हो जाऊंगा मैंने कोई भी अपराध नहीं किया है।”
अब देखना दिलचस्प होगा कि एसटीएफ इस मामले में क्या नए-नए खुलासे करती है ।