देहरादून: यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाला के आरोपी चर्चित जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत की माँ की तबियत ख़राब होने पर अपर सचिव आपदा प्रबंधन और पुनर्वास को हेलीकाप्टर उपलब्ध कराने को उत्तरकाशी डीएम ने पत्र लिखा है। इससे साफ पता चलता है कि एक नकल माफिया हाकम सिंह रावत कितने पावरफुल है।
बता दें कि निश्चित रूप से हाकम के हाकिम कहीं ना कहीं बड़ा ही सफेदपोसी है। जिसके एक फ़ोन पर तत्कालीन जिलाधिकारी उत्तरकाशी को हेलीकॉप्टर मँगाना पड़ा।
बता दे कि जिस प्रदेश का आम आदमी सरकारी डाक्टर और दवा के लिय तरस जाता हो उस प्रदेश के तत्कालीन मुखिया 2018 में नकल माफिया हाकम सिंह रावत के परिवार के इलाज के लिए देहरादून से उत्तरकाशी सरकारी हेलीकॉप्टर भेजते हैं।
जरा सोचिए इस आदमी की तत्कालीन सरकार में कितनी धमक रही होगी। हाकम सिंह रावत न विधायक है न सांसद और न ही मंत्री, यह सब के बावजूद भी एक फोन पर सरकारी हेलीकॉप्टर जिलाधिकारी उत्तरकाशी को तत्काल मंगाना पड़ता है।
अपने आप में बड़ा सवाल ये कि प्रदेश में सरकारी नौकरियों की इतनी बड़ी ठेकेदारी के हाकिम तक कैसे पहुंचे ।
इससे साफ साफ पता चल रहा है कि इन बड़े सफेदपोशो तक पहुंचने के लिए ईडी और सीबीआई की सरकार को तो जरूरत नहीं है।
वही बीते दिन मालदेवता के सरखेत में आई आपदा के बाद अब सरकार पर सवाल उठ रहे हैं।
आपदा में लोगो को भारी नुकसान हुआ है कई सारी जाने भी गई है। कई लोग मलवे में दबे जिनका अभी तक कोई अता पता नहीं
हैरान कर देने वाली बात है कि एक नकल माफिया की मां की तबीयत खराब होती है तो सरकार द्वारा सरकारी हेलीकॉप्टर भेजा जाता है लेकिन आपदा में दबे शव निकालने के लिए सरकार के पास जेसीपी नहीं।
परिजन सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि हमें कुछ नहीं चाहिए हमें सिर्फ मलवे में दबे हुए शव निकालकर दो, लेकिन सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही है। अभी तक शव नहीं निकाले गए।क्या सरकार के पास दो जेसीपी नहीं जो दबे हुए शव निकालकर उनके परिजनों को सौंपे।