लक्सर तहसील के सुल्तानपुर कस्बे में खालिद द्वारा अतिक्रमण कर बनाई गई दुकान को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के 24 घंटे पहले दिए बयान के बाद हुई, जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा था कि, “नकल माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सख्त संदेश
सीएम धामी ने कहा कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इस घोटाले में शामिल पाए जाने वाले सभी लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
लापरवाही पर त्वरित कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए, सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात परियोजना निदेशक के.एन. तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। साथ ही, एक उपनिरीक्षक और एक कांस्टेबल को भी सस्पेंड किया गया।
SIT की निगरानी में हाई कोर्ट का पूर्व न्यायाधीश
मुख्यमंत्री द्वारा गठित विशेष जांच टीम (SIT) की कमान एएसपी जया बलूनी को सौंपी गई है। SIT की निगरानी उत्तराखंड हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश करेंगे, जिससे जांच में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
धामी सरकार ने स्पष्ट किया है कि भर्ती परीक्षाओं की शुचिता और युवाओं की मेहनत की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। कोई भी व्यक्ति, चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, नकल या भ्रष्टाचार से बच नहीं पाएगा।
पृष्ठभूमि
21 सितंबर को आयोजित परीक्षा के तुरंत बाद पेपर लीक और नकल के गंभीर आरोप सामने आए थे। पुलिस ने जांच तेज करते हुए मास्टरमाइंड खालिद समेत कई अन्य आरोपियों की पहचान की।
सरकार की इस त्वरित और कठोर कार्रवाई को प्रदेशभर में युवाओं और आम जनता का समर्थन मिल रहा है। यह कदम नकल माफियाओं के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश माना जा रहा है।