आदमखोर: यहां थम नहीं रहा जानवरों का हमला। गुलदार ने बुजुर्ग को बनाया अपना निवाला
अल्मोड़ा: उत्तराखंड के जनपद अल्मोड़ा ब्लॉक द्वाराहाट में गुलदार के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लोगों का खेतो में काम करना मुश्किल हो गया है। इसके अलावा वन विभाग द्वारा सहायता के लिए की घोषणाओं में देरी से लोगों में गुस्सा फूटा है। द्वाराहाट ब्लॉक में एक हफ्ते में यह दूसरी घटना है जहा गुलदार ने एक बुजुर्ग को अपना निवाला बना डाला। आपको बता दे द्वाराहाट ब्लाक के दैना गांव में गुलदार ने बुजुर्ग ग्रामीण को मार डाला। घटना के करीब 18 घंटे बाद बुजुर्ग का लहूलुहान शव बरामद किया गया, शरीर का आधा हिस्सा गुलदार खा चुका था। मिली जानकारी के अनुसार यह घटना मंगलवार शाम तहसील क्षेत्र में कालीगाढ़ पट्टी की कुंवाली घाटी स्थित दैना गांव की है।
यहां के 65 वर्षीय मोहन राम पुत्र स्व: प्रेमराम घर से करीब सौ मीटर दूर निचले भूभाग पर गाय को घर लाने के लिए निकले थे तभी तभी झाड़ियों में पहले से घात लगाए गुलदार ने बुजुर्ग पर हमला बोल दिया। बुजुर्ग को मार डालने के बाद वह उसे गधेरे की तरफ घसीट ले गया, शाम तक मोहन राम घर नहीं लौटा तो परिजनों की चिंता बढ गई जिसके बाद परिजनो व ग्रामीणों द्वारा संभावित क्षेत्र व आसपास के जंगल में देर रात तक तलाश की गई। बुधवार की सुबह आठ बजे दोबारा खोजबीन शुरू की गई, जहा पर पाया गया की मोहन राम जिस खेत में गाय को चुगने छोड़ आता था, वहां पर खून बिखरा पड़ा था। कुछ आगे खून से सने कपड़े मिले और गांव से लगभग एक किमी दूर गधेरे में मोहन राम का लहूलुहान शव बरामद हुआ। शरीर का आधा हिस्सा गायब था।
जिसके बाद ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन को इसकी जानकारी दी। संयुक्त मजिस्ट्रेट जयकिशन, तहसीलदार मनीषा मारकाना व नायब तहसीलदार हेमंत मेहरा ने मुआयना किया। वन क्षेत्राधिकारी सोमेश्वर मनोज लोहनी भी घटना स्थल पर पहुंचे। इसी बीच डीएफओ महातिम सिंह यादव के पहुंचने पर ग्रामीण शव न उठाने पर अड़ गए। उन्होंने गुलदार को नरभक्षी घोषित कर शिकारी तैनात किए जाने व पिंजड़ा लगाने की मांग रखी। डीएफओ ने हिंसक वन्यजीव से हर हाल में निजात दिलाने का भरोसा दिलाया तथा मौके पर ही स्वजनों को 50 हजार रुपये की राशि भेंट की। घटनास्थल पर वन कर्मियों से पिंजड़ा लगवा दिया गया है।