मामला थोक केंद्रीय उपभोक्ता भंडार लिमिटेड हरिद्वार का है, जहां के एक कर्मचारी मोहित कुमार की जांच अधिकारियों ने जांच में फर्जी नियुक्ति मानी है और देश की शान तिरंगा लगी टेबल पर बैठकर शराब पीने का दोषी माना है और इस तरह के कृत्य करने के लिए जिला सहायक निबंधक सहकारी समितियां उत्तराखंड हरिद्वार ने सचिव तथा केंद्रीय उपभोक्ता भंडार हरिद्वार के सभापति को इसकी सेवा समाप्त करने के आदेश निर्गत किए हैं। लेकिन इन दोनों ने इसके विरुद्ध आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है तत्कालीन सचिव केपी अवस्थी ने तो इस फर्जी नियुक्ति वाले कर्मचारी को अपने समस्त अधिकार देकर नियमों कोई बदल कर रख दिया और सभापति ने फर्जी सचिव बनाकर इसे बिना किसी आदेश के काफी समय तक कार्य भी लिया है।
जिला सहायक निबंधक को शिकायत करने पर भी इसके विरुद्ध उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इसके पश्चात सूत्रों के हवाले से खबर है कि वर्तमान में नियुक्त जिला सहायक निबंधक हरिद्वार ने इस कर्मचारी को नियमों का उल्लंघन करते हुए भंडार में सचिव नियुक्त कर दिया और अब उपनिबंधक एम त्रिपाठी ने इसे दोबारा सचिव बनाने के आदेश जारी कर दिए और अब इस सचिव की मनमानी चरम पर है।
यह सब यह व्यक्ति सभापति और मौजूदा जिला सहायक निबंधक हरिद्वार राजेश चौहान और विकास तिवारी के संरक्षण में करता है।
देखना होगा कि क्या उच्चाधिकारी या मुख्यमंत्री पुष्कर धामी इसकी जांच करा कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हैं !