नियमों को दरकिनार कर शराब फैक्ट्री संचालित। विभाग सत्ताधारी नेता के कारण मौन
फैक्ट्री का नाम है भगवान के नाम पर, श्री राम एग्रीवेंचर्स काम है शराब का, आखिर भगवान के नाम पर इस तरह के काम करना उचित है
रिपोर्ट- इंद्रजीत असवाल
पौड़ी। यूँ तो पहाड़ो में हर कोई नियमो को धत्ता बताते हुए कार्य कर रहे हैं, परन्तु बात की जाय उस फैक्ट्री की जिसे बसाने के लिए जमीन मालिक ने कुछ शर्तों पे जमीन दी थी उन शर्तो को भी फैक्ट्री पूरा नहीं कर रही है।
शिकायत व खबर छपने के बाद जो तथ्य सामने आए हैं उनसे भी हम आपको रूबरू करवा रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस शराब फैक्ट्री को जिस व्यक्ति ने जमीन बेची थी, उसने कुछ शर्तें रखी थी जो कि जमीन की रजिस्ट्री पर अंकित है, जमीन मालिक द्वारा जमीन बेचते समय यहाँ के लोगो को रोजगार गारंटी देने की बात लिखी गई थी।
परन्तु यहाँ पर नाम मात्र लोगो को रोजगार दिया जा रहा है वो भी दैनिक ध्याडी पर मात्र 200 रुपये, यहाँ पर न तो फंड कटता न कोई बोनस मिलता, न मजदूरों का ईएसआई कटता, ओर यदि किसी दिन बीमारी के कारण मजदूर फैक्ट्री नही आता तो उसकी ध्याडी खत्म।
पूरे आठ घंटे काम करने के बाबजूद भी उक्त फैक्ट्री मालिक मजदूरों को एक टाइम की चाय भी नही देते, फैक्ट्री के अंदर भरी गर्मी से बचने के लिए पंखे तक नही लगे हैं।
पीने के पानी की किल्लत है मजदूरों को दुसित पानी पीने के लिए दिया जाता है
जिस समय इस फैक्ट्री को जिलाधिकारी द्वारा परमिशन दी गई थी, उन शर्तो को भी फैक्ट्री पूरा नहीं कर रही है।
अब बात पते की ये है कि, इस फैक्ट्री पर कोई बोर्ड नही लगा है कि, ये फैक्ट्री आखिर किस चीज की है। श्रम विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ा रही है फैक्ट्री, लेकिन जानते हुए भी प्रसाशन मौन है कारण उक्त फैक्ट्री मालिक उत्तर प्रदेश में सत्ता धारी पार्टी के बड़े नेता है।
ग्रामीणों का शोषण बर्दास्त नही किया जाएगा , आवश्यकता पड़ी तो जनसैलाब के साथ इसका विरोध किया जाएगा– वीरेंद्र रावत यूकेडी नेता चौबट्टाखाल।
आप प्रदेश प्रवक्ता आशुतोष नेगी ने कहा कि, जानकारी मिली है कि ये किसी भाजपा के उत्तर प्रदेश के विधायक की फैक्ट्री है और भाजपा की यहाँ सरकार है आप समझ सकते हैं ये पार्टी क्या चाहती है।
हमारे द्वारा फैक्ट्री का पक्ष जानना चाहा तो उसके मैनेजर ने फैक्ट्री मालिक व फैक्ट्री में क्या क्या बनता है ये सब बताने से इनकार कर दिया गया।