दरअसल यह मामला मध्यप्रदेश के छतरपुर का है। जहां एक यजमान ने रामकथा करवाई थी। उसी दौरान उसके साथ यह सब वाक्या हुआ। जानकारी अनुसार कथावाचक का शिष्य ही यजमान की पत्नी को भगा कर ले गया जिसके बाद पीड़ित पति ने थाने में शिकायत दर्ज कराई पीड़ित पति की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की।
कथावाचक के शिष्य का नाम नरोत्तमदास दुबे है। पति का आरोप है की नरोत्तमदास दुबे ने कथा के दौरान उसकी पत्नी को अपने प्रेम जाल में फंसाया और नंबर आदान प्रदान करने के बाद फोन पर बात करने लगे, उसके बाद 5 अप्रैल को उसकी पत्नी को भगा कर ले गया।
पति की शिकायत के एक महीने बाद जब पुलिस ने उसकी पत्नी को खोज निकाला और बयान देने के लिए थाने बुलाया तब वहां पर पत्नी ने अपने पति के साथ नहीं बल्कि कथावाचक के शिष्य नरोत्तमदास दुबे के साथ रहने की इच्छा जताई।
बताया जा रहा है कि, मामला साल 2021 से शुरू हुआ था. जब महिला के पति राहुल तिवारी ने गौरीशंकर मंदिर में रामकथा का आयोजन करवाया था. कथा वाचन के लिए चित्रकूट के कथावाचक धीरेंद्र आचार्य बुलाए गए थे. आचार्य अपने शिष्य नरोत्तम दास दुबे के साथ रामकथा करने आए थे.