अंजू की कहानी : बीते जुलाई के महीने में आपने बहुचर्चित कहानी सुनी होगी अंजू के पाकिस्तान जाने की कहानी किस तरह से वह उत्तरप्रदेश से घूमने के बहाने राजस्थान जाती है।
और वहां से भाग कर पाकिस्तान चली जाति है और वहां जाकर अपने प्रेम को स्वीकार करती है, और नसरुल्लाह नामक व्यक्ति से निकाह कर लेती है और इस्लाम अपना कर अंजू से फातिमा बन जाती है लेकिन अब इस कहानी में नया मोड़ आया हैं दरअसल इस्लाम अपनाकर फातिमा बनने वाली अंजू भारत लौट आई है।
पांच महीनों में जब अंजू के प्यार का खुमार उतरा तो उसे अपने मुल्क भारत और बच्चों की याद आने लगी। ऐसे में वह अब भारत लौट आई है। उसने वाघा-अटारी बॉर्डर से भारत में प्रवेश किया, जहां उसे बीएसएफ के कैंप में रखा गया है। अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि अंजू अपने पति अरविंद के पास जाएगी, जहां उसके बच्चे हैं या अपने पिता के पास। हालांकि, इन दोनों ने अंजू ने रिश्ता तोड़ लिया है।
अंजू इसी साल जुलाई के अंतिम हफ्ते में अपने पति से झूठ बोलकर पाकिस्तान चली गई थी। वह एक हफ्ते के टूरिस्ट वीजा के जरिए पाकिस्तान में दाखिल हुई थी। बाद में नसरुल्लाह से निकाह के बाद उसके वीजा को एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया था। जब एक महीना पूरा हुआ तो नसरुल्लाह की सिफारिश पर अंजू के वीजा को एक साल के लिए मंजूरी दे दी गई थी।
अंजू के पाकिस्तानी पति नसरुल्लाह का कहना है कि उसकी पत्नी भारत में अपने बच्चों से मिलने गई है। वह जल्द ही पाकिस्तान वापस लौटेगी। नसरुल्लाह खुद अंजू को छोड़ने वाघा बार्डर पर पहुंचा था। हालांकि, अंजू ने अभी तक पाकिस्तान लौटने को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है।
अंजू के बच्चे उसके भारतीय पति अरविंद के पास हैं। अरविंद पहले ही साफ कर चुका है कि वह अब अंजू को अपनाने वाला नहीं है। वह बच्चों को अंजू की कस्टडी में देने से भी इनकार कर चुका है। उसने राजस्थान के एक पुलिस थाने में अंजू और उसके पाकिस्तानी पति नसरुल्लाह के खिलाफ धमकाने और हत्या की धमकी देने का केस भी दर्ज कराया है।
ऐसे में हो सकता है कि अंजू को इस मामले में पुलिस की पूछताछ का भी सामना करना पड़े। हालांकि, अभी तक राजस्थान पुलिस ने इस मामले में कोई बयान जारी नहीं किया है। अंजू को जल्द ही कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बीएसएफ के कैंप से छोड़ा जा सकता है।