बिग ब्रेकिंग: नायब सिंह सैनी बने हरियाणा के 11 वें मुख्यमंत्री..
हरियाणा BJP अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र के लोकसभा सांसद नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस दौरान एक बेहद ही दिलचस्प नाजारा देखने को मिला, जब सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले मंच पर बैठे पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) के पैर छुए। खट्टर ने भी उन्हें बड़े ही प्यार से दुलारा किया और गले लगा लिया। JJP के साथ गठबंधन टूट जाने के बाद मंगलवार सुबह ही खट्टर ने CM पद से इस्तीफा दे दिया था।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय नायब सैनी को पद व गोपनियता की शपथ दिलाई। इस दौरान मंच पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहे। सैनी के बाद बीजेपी नेता कंवर पाल गुज्जर ने भी हरियाणा कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली।
उनके अलावा बीजेपी नेता मूलचंद शर्मा, जय प्रकाश दलाल और डॉ. बनवारी लाल ने भी हरियाणा कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली। साथ ही एक निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।
नायब सिंह सैनी बने हरियाणा के नए मुख्यमंत्री, ली सीएम पद की शपथहरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में नायब सिंह सैनी ने शपथ ले ली है। हरियाणा के मुख्यमंत्री पद से मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के कुछ घंटों बाद, भाजपा ने नायब सिंह सैनी को शीर्ष विधायक दल का नेता घोषित किया गया।कुरूक्षेत्र से लोकसभा सांसद नायब सिंह सैनी ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें पिछले साल अक्टूबर में हरियाणा भाजपा प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था। सैनी को मनोहर लाल खट्टर का करीबी माना जाता है।सैनी का राजनीतिक करियर करीब तीन दशक पहले शुरू हुआ था, जब उन्होंने हरियाणा में बीजेपी के संगठन को मजबूत करने के लिए काम किया था। वह 2002 में अंबाला में भाजपा की युवा शाखा के जिला महासचिव बने और 2005 में उन्हें जिला अध्यक्ष नामित किया गया।
उन्होंने पार्टी की कई शाखाओं के साथ काम किया है, जिसमें किसानों की शाखा किसान मोर्चा भी शामिल है। वो किसान मोर्चा के राज्य महासचिव थे। 2012 में, उन्हें अंबाला में जिला अध्यक्ष के रूप में पार्टी का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था।संगठन स्तर पर कई पोस्टिंग के बाद, वह 2014 के राज्य चुनावों में नारायणगढ़ से विधायक चुने गए। 2016 में, उन्हें राज्य मंत्री नामित किया गया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में, सैनी को कुरुक्षेत्र निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा गया था। उन्होंने कांग्रेस के निर्मल सिंह को करीब 4 लाख वोटों के अंतर से हराया।