पहाड़ प्रेमी डॉ जोशी की ”स्वस्थ घर-स्वस्थ उत्तराखंड” मुहिम को मिला चमोली में मातृशक्ति का अपार जनसमर्थन, दूरस्थ इलाकों से स्वागत को पहुंची महिलाएं ने कहा हमारे लिए देवदूत हैं डॉ जोशी
देहरादून। धरती पर भगवान का दूसरा रूप डॉक्टर को कहा जाता है। इस कथन को साकार करते हुए दिखाई देते हैं उत्तराखंड के पहाड़ प्रेमी डॉक्टर शंकर दत्त जोशी। डॉ जोशी की लोकप्रियता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि जिन-जिन जनपदों में इन्होंने अपने रिटायरमेंट से पहले सेवाएं दी हैं आज भी मरीज इनकी सलाह लेने या इनको दिखाने के लिये दूर-दूर से इनके देहरादून स्थित शंकर क्लीनिक में आते हैं। सौम्य, सरल स्वभाव के धनी डॉ जोशी भी किसी को निराश नहीं करते हैं। चिकित्सा सेवा के तमाम संगठनों से जुड़े डॉ एसडी जोशी प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के 2 बाद निर्विरोध अध्यक्ष भी रह चुके हैं। डॉ एसडी जोशी ने पहाड़ में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और हर घर स्वस्थ के लिये चलो गांव की ओर अभियान शुरू किया हुआ प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के लिए उनकी यह मुहिम लगातार जारी है। गौरतलब है कि, पहाड़ के दूरस्थ इलाकों में रह रहे लोग जहाँ अभी तक स्वास्थ्य सेवाएं नहीं पहुँच पाई है, उन लोगों तक चलो गांव की ओर मुहिम के जरिए निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। डॉक्टर जोशी ने कहना है कि, पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल किये जाने को लेकर सरकार के साथ-साथ हम सभी डॉक्टरों को अपने स्तर से योगदान देना होगा।
दूरस्थ इलाकों से डॉ जोशी के स्वागत को पहुंची महिलाएं
कोराना पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े कम होने के बाद एक बार फिर डॉ जोशी का स्वस्थ घर अभियान शुरू हो गया है। विचार एक नई सोच संस्था के सहयोग से चमोली जनपद के थराली विधानसभा के मेल्ठा गांव में फ्री मेडिकल हैल्थ कैम्प का आयोजन किया गया। कैंप में ख्याति प्राप्त दून मेडिकल कॉलेज के पूर्व वरिष्ठ फिजिशियन व कार्डियोलॉजिस्ट डॉ एसडी जोशी ने शिरकत कर मरीजों की जांच की। मेल्ठा गांव पहुंचने पर डॉ एसडी जोशी, राकेश बिजल्वाण व पूरी टीम का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान मातृशक्ति का जोश देखने वाला था। सुबह से ही आस-पास के गांवों से बड़ी संख्या में महिलायें डॉ जोशी का स्वागत करने मेल्ठा गांव पहुंची। जहां ढोल-दमाउ की थाप के साथ ही डॉ जोशी जिन्दाबाद के नारों से पूरी घाटी गूंज उठी। बुर्जगों ने डॉ जोशी के सर पर हाथ रखकर दीर्धायु और स्वस्थ घर अभियान की सफलता के लिए आर्शिबाद दिया। महिलाओं ने कहा हमारे लिए डॉ एसडी जोशी किसी देवदूत से कम नहीं हैं। उत्तराखंड में वह एकमात्र डॉक्टर हैं जो निस्वार्थ भाव से पर्वतीय क्षेत्रों दुर्गम गांव-गांव जाकर मरीजों का निशुल्क ईलाज कर रहे हैं। इसके साथ ही तमाम बीमारियों को लेकर आम जनता को जागरूक कर रहे हैं।
300 से अधिक मरीजों की स्वास्थ्य जांच
मेल्ठा गांव में लगाए गए फ्री मेडिकल हैल्थ कैम्प में 300 से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। हृदय रोग से संबधित मरीजों का मौके पर फ्री इसीजी व शुगर के रोगियों की फ्री शुगर जांच की गई। इस दौरान डॉ जोशी की मेडिकल टीम के सहयोगी कपिल थापा द्वारा 62 लोगों की ईसीजी और सुशील कुमार द्वारा 170 मरीजों का निशुल्क शुगर परीक्षण किया गया। इस मौके पर व्यवस्थायें बनाने के लिए संस्था के संचालक राकेश बिजल्वाण मौजूद रहे। फ्री मेडिकल हैल्थ कैम्प में विचार एक नई सोच संस्था द्वारा दवाइयों का निशुल्क वितरण किया गया। मेल्ठा क्षेत्र के लोगों ने डॉ एसडी जोशी, राकेश बिजलवाण सहित अन्य मेडिकल स्टॉफ का हार्दिक स्वागत व आभार व्यक्त किया। इस शिविर को सफल बनाने में क्षेत्र पंचायत माल बज्वाड़ बबीता फरर्स्वाण, ग्राम प्रधान देवलकोट माल बज्वाड़, किमनी पंकज रावत, मनोज खाती, सुजान सिंह, खिलाफ, राकेश फर्सवाण, गंगा सिंह, रघुवीर सिंह पैन्यूली, महावीर रावत, पष्पू बिष्ट ने व्यवस्थायें बनाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।
बीमारियों को छिपायें नहीं डॉक्टर को बतायें
डॉ जोशी ने स्वास्थ्य जांच को आये लोगों से कहा कि बीमारियों को छिपायें नहीं डॉक्टर को बतायें। बिना डॉक्टरी के सलाह के कोई भी दवा न खायें। इसके साथ ही उन्होनें मेडिकल हैल्थ कैंप में स्वास्थ्य जांच को आये सभी मरीजों को कोरोना के लक्षण व बचाव के तरीकों के बारे में बिस्तार से बताया। इसके साथ ही वायरल संक्रमण व कोरोना संक्रमण के अंतर को भी मरीजों के समझाया।
डॉ जोशी ने की राकेश बिजल्वाण के प्रयास की सराहना
कैम्प के सफल आयोजन के पश्चात डॉ एसडी जोशी ने विचार एक नई सोच संस्था के संचालक राकेश बिजल्वाण के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि पहाड़ की बेहतरी में राकेश बिजल्वाण के कुशल नेतृत्व में विचार एक नई सोच संस्था खामोशी से अपना योगदान दे रही हैं। बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो निस्वार्थ भाव से समाजसेवा में लगे रहते हैं।
विचार एक नई सोच संस्था ने किया निशुल्क दवाईयों का वितरण
फ्री मेडिकल हैल्थ कैम्प में विचार एक नई सोच संस्था के संस्थापक राकेश बिजल्वाण ने स्वास्थ्य जांच को आये सभी जररूतमंद लोगों को निशुल्क दवाईयां भी वितरित की। राकेश बिजल्वाण ने स्वास्थ्य जांच को आये सभी लोगों को मास्क की अहमियत बताते हुए घर से बाहर बिना मास्क के न निकले को कहा। उन्होंने लोगों से मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने को भी कहा। इस दौरान लोगों ने विचार एक नई सोच संस्था की सराहना करते हुए कोरोनाकाल में किए गये कार्यों की सराहना की।
पहाड की जनता के लिए मेरा तन-मन-धन सबकुछ समर्पित
पहाड़ों में जनता के लिये निशुल्क डॉक्टर जोशी ने कहा कि पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिये सरकार के साथ-साथ हम सभी डॉक्टरों को अपने स्तर से प्रयास करने होंगे। इसकी शुरूआत मैने स्यंम से की है। मेरा गांव चमोली जनपद के अंतर्गत आता है। जहां स्वास्थ्य सेवाओं की हालत किसी से छिपी नहीं है। इसलिये मैं प्रत्येक 2 माह में एक स्वास्थ्य कैंप अपने गांव में लगाता हूं। जिससे मेरे गांव के साथ ही आस-पास के गांव के लोगों को स्वास्थ्य संबधी जागरूकता के साथ ही तमाम बीमारियों का ईलाज हो सके। इसके साथ ही इस कैंप में सभी दवाईयां निशुल्क दी जाती हैं। चमोली, पौड़ी और उत्तरकाशी जिले के अधिकांश गांवों में विचार एक नई सोच संस्था के साथ मिलकर फ्री कैंप आयोजित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि वह लोग जो महंगी दवाईयां नहीं खरीद सकते, जांचें नहीं करा सकते, उन्हें ऐसे शिविरों से लाभ मिलता है। डॉ एसडी जोशी ने कहा कि वह समय-समय पर पहाड़ों में जनता के लिये निशुल्क सेवाएं देते रहेंगे।