देहरादून।
उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक पवन सेमवाल एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। उनके हाल ही में रिलीज हुए गीत को लेकर राजधानी देहरादून के पटेलनगर थाने में उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। शिकायत एक महिला द्वारा की गई है, जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि पवन सेमवाल ने अपने गाने के माध्यम से उत्तराखंड की महिलाओं पर आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की है।
महिला की शिकायत के बाद दर्ज हुआ केस
शिकायत के आधार पर पटेलनगर थाना पुलिस ने पवन सेमवाल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 196, 353(1)(b), और 79 के तहत केस नंबर 369/25 दर्ज किया है। साथ ही BNSS की धारा 35(A) के अंतर्गत उन्हें कानूनी नोटिस भी जारी किया गया है।
दिल्ली से बुलाकर की गई पूछताछ
पटेलनगर कोतवाली प्रभारी चंद्रभान अधिकारी के मुताबिक, आरोपी पवन सेमवाल को दिल्ली के कल्याणपुरी थाने में नियमानुसार नोटिस देकर देहरादून बुलाया गया। वहां पूछताछ के बाद उन्हें BNSS की धारा 35(A) के तहत नोटिस तामील कराकर थाने से छोड़ा गया। साथ ही उन्हें विवेचना में सहयोग करने की कानूनी हिदायत भी दी गई है।
राजनीतिक गाने से भड़की सियासत
गौरतलब है कि पवन सेमवाल ने हाल ही में एक गाना रिलीज किया था जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जुड़े राजनीतिक मुद्दों का जिक्र था। यह गाना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, लेकिन विवाद बढ़ने पर पुलिस ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट से वीडियो डिलीट कराया। इसके बावजूद, कुछ दिनों बाद वही गाना नए रूप में फिर से ऑनलाइन अपलोड कर दिया गया, जिससे विवाद और भड़क गया।
महिला संगठनों का विरोध प्रदर्शन
इस पूरे मामले को लेकर पटेलनगर थाने के बाहर महिला संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने गायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। संगठन की कार्यकर्ता सीमा बोहरा ने कहा कि “उत्तराखंड की महिलाओं के सम्मान के खिलाफ की गई ऐसी टिप्पणी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पवन सेमवाल को कानून के अनुसार कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
कोतवाली प्रभारी चंद्रभान अधिकारी ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को आश्वासन दिया है कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और अगर पवन सेमवाल दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।