खास रिपोर्ट: जनता ने निर्दलीयों से अधिक NOTA पर जताया भरोसा, निर्दलीय प्रत्याशियों से अधिक वोट NOTA को..
डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। आम चुनाव 2024 के परिणाम घोषित हो गए। उत्तराखंड राज्य की पांचों सीटों पर भाजपा ने क्लीन स्वीप कर इतिहास रच दिया। हरिद्वार संसदीय सीट पर भाजपा उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी जीत का परचम लहराया है।
इसी के साथ भाजपा ने अपनी जीत की हैट्रिक भी लगा दी। आपको बता दे की वर्ष 1977 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई हरिद्वार लोकसभा सीट ने अब तक (2024 की जीत मिलाकर) कुल 11 लोगों को संसद तक पहुंचा है।
साल 1977 से 2024 यानी पिछले 47 वर्षों में हरिद्वार सीट पर 14 बार चुनाव हुए हैं (एक उप चुनाव समेत)। जिसमें से भाजपा ने सात, कांग्रेस ने चार, सपा ने एक, जनता पार्टी ने एक और जनता पार्टी (सेकुलर) ने एक बार इस सीट पर अपनी जीत दर्ज की है।
हालांकि, इन 47 वर्षों में कई निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत के लिए जोर आजमाइश की है लेकिन अभी तक किसी को सफलता नहीं मिल सकी। वर्तमान तक इस सीट पर 85 से भी अधिक स्वतंत्र उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा चुके हैं लेकिन किसी के हाथ भी विजयश्री का आशीर्वाद नहीं लगा।
मतदाताओं ने निर्दलीय प्रत्याशी से अधिक राजनीतिक दलों पर भरोसा जताया है। लोस चुनाव 2024 में हरिद्वार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 14 प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें 07 निर्दलीय और 07 राजनीतिक दलों के उम्मीदवार थे। निर्दलीय उम्मीदवारों का जीत सुनिश्चित करना तो दूर इन्हें नोटा से अभी कम वोट मिले।
इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर रात 8 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार 6,826 (0.52%) मतदाताओं ने नोटा (नॉन ऑफ द अबॉव) का बटन दबाया। राज्य में सबसे अधिक 14 प्रत्याशी हरिद्वार सीट से आमने सामने थे। हैरानी की बात यह है कि इनमें से 10 प्रत्याशियों को नोट से भी काम मत मिले हैं।
भाजपा के त्रिवेंद्र रावत को 653808, कांग्रेस के वीरेंद्र रावत को 489752, निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार 91188 और बसपा से जमील अहमद को 42323 वोट मिले थे इनके अतिरिक्त अन्य किसी भी प्रत्याशी ने 3000 मतों का आंकड़ा भी नहीं छुआ।
कुल 13 लाख 02 हजार 623 मतदाताओं ने इस सीट का भाग्य चुना था। जिन्होंने एक बार फिर निर्दलीय उम्मीदवार के सर जीत का ताज नहीं सजने दिया और राजनीतिक दल के उम्मीदवार पर भरोसा जाता है। 14 में से 10 प्रत्याशियों तो 0.25 % का आंकड़ा भी छूने में नाकामयाब रहे।
हरिद्वार सीट पर सबसे कम वोट निर्दलीय अवनीश कुमार को मिले 975 (0.07%), आशीष ध्यानी को 1117 (0.09%), भारतीय राष्ट्रीय एकता दल के सुरेश पाल को 1162 (0.09%), पीपुल्स पार्टी ऑफ़ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के ललित कुमार को 1410 (0.11%), निर्दलीय अकरम हुसैन को 1685 (0.13%), निर्दलीय करण सिंह सैनी को 1974 (0.15%), निर्दलीय पवन कश्यप को 2178 (0.17%), निर्दलीय विजय कुमार को 2410 (0.19%), यूकेडी प्रत्याशी मोहन असवाल को 2854 (0.22%) और उत्तराखंड समानता पार्टी के बलबीर भंडारी को 2961 (0.23%) वोट मिले।