रिपोर्ट – सूरज लडवाल
चम्पावत – जिले के पोखरी ( कमलेख ) में कलश यात्रा के साथ संगीतमय गौ भागवत कथा का आयोजन किया गया है । सम्पूर्ण विधि विधान के साथ क्षेत्रीय लोगों द्वारा कलश यात्रा का आयोजन किया गया । कथावाचक आचार्य पण्डित तारादत्त जोशी के मुताबिक कथा प्रारंभ होने का समय प्रतिदिन दोपहर 1 बजे औऱ कथा समाप्ति का समय सायं छह बजे है । इसके बाद सायं 7 बजे से रात 10 बजे तक संगीतमय भजन कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है । 19 अप्रैल को परायण औऱ भण्डारे का आयोजन किया जायेगा । समस्त क्षेत्रीय लोगों ने आव्हान किया है कि अधिक से अधिक लोग गौ भागवत कथा में शामिल होकर कथा का आनंद लें औऱ प्रसाद ग्रहण करें । बताते चलें कि क्षेत्रीय लोग समय – समय पर भागवत कथाओं व अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं ।
● गौमाता की महिमा अपरंपार है , मनुष्य अगर जीवन में गौमाता को स्थान देने का संकल्प कर ले तो वह संकट से बच सकता है । मनुष्य गौमाता को मंदिरों व घरों में स्थान दें , क्योंकि गौमाता मोक्ष दिलाती है । इसका उल्लेख पुराणों में भी मिलता है – मदन सिंह , क्षेत्रीय निवासी