पुलिस ने निभाया मानवता का धर्म, भूखे मजदूरों को खिलाया खाना
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। लॉकडाउन होने की वजह से मजदूर वर्ग बेरोजगार हो गया है। काम बंद होने की वजह से उसके सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। पुलिस ने बीती रविवार रात को कोतवाली में भूखे 20 नेपाली मजदूरों को खाना खिलाकर मानवता का धर्म निभाया। पूरे देश में इन दिनों पुलिस की जो भूमिका देखने को मिल रही है। ऐसी भूमिका देख कर कहा जा सकता है कि, खाकी अपने दायित्वों का जहां ईमानदारी से निर्वहन कर रही है। वहीं मानवता का धर्म भी निभा रही है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी ने बताया कि, रविवार रात को सूचना मिली कि, 22 नेपाली मजदूर पहाड़ से नीचे कोटद्वार की ओर आ रहे है। सूचना पर कण्वाश्रम पहुंची पुलिस ने जब इन लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि, वह पौखाला क्षेत्र में सार्वजनिक सड़क बनाने का कार्य कर रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया। पैसे न होने के कारण स्थानीय दुकानदारों ने भी उनको राशन देना बंद कर दिया। जिस कारण वह सभी पैदल-पैदल हल्द्वानी होते हुए अपने घर नेपाल जा रहे थे।
कोतवाल ने बताया कि, सभी मजदूरों को कोतवाली में खाना खिलाया गया। इन सभी लोगों के रहने की व्यवस्था गुरूद्वारा में कर दी है। मजदूरों ने पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, उत्तराखण्ड पुलिस इस समय सराहनीय काम कर रही है।