जीत के जश्न से पहले ही टूट पड़ी लाठियां और धारदार हथियार
प्राप्त जानकारी के अनुसार, क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए रोहन कुमार आर्या मतगणना के दिन हवालबाग ब्लॉक से अपने समर्थकों के साथ कोसी बाजार की ओर खाना खाने जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में विरोधी पक्ष के लोगों—पंकज कुमार बिष्ट, दीपक पाटनी और उनके अन्य साथियों—ने उन पर और उनके पिता सहित वरिष्ठ समर्थकों पर अचानक लाठी-डंडों और धारदार हथियार (निकिल) से हमला बोल दिया।
इस हमले में नवनिर्वाचित सदस्य रोहन कुमार आर्या को सिर पर गंभीर चोटें आई हैं, जबकि उनके कई समर्थक भी घायल हो गए हैं। आर्या का आरोप है कि उन्होंने हमलावरों से शांति बनाए रखने की अपील भी की, लेकिन आरोपियों ने उनकी एक न सुनी और जानलेवा हमला कर दिया। हमले के बाद हमलावर एक वाहन में सवार होकर मौके से फरार हो गए।
हमले में जातिसूचक गालियों का प्रयोग, एससी/एसटी एक्ट में मामला दर्ज
रोहन कुमार आर्या के अनुसार, हमलावरों ने न सिर्फ शारीरिक रूप से हमला किया, बल्कि जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हें और उनके साथियों को गालियां भी दीं। उन्होंने इस संबंध में अल्मोड़ा थाने में तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 115(2), 118(1), 191(2) और एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और सामाजिक चेतावनी
इस हमले को लेकर सफाई कर्मचारी आयोग उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष व भाजपा नेता सिकंदर पवार ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि रोहन कुमार आर्या एक अनुसूचित जाति से हैं और सामान्य सीट से विजयी हुए हैं, यही कारण है कि जातिवादी मानसिकता से ग्रसित विरोधी पक्ष ने यह घृणित कृत्य किया है। पवार ने चेतावनी दी कि यदि 48 घंटे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो पूरे शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी जाएगी।
प्रभारी थानाध्यक्ष योगेश चंद्र उपाध्याय ने जानकारी दी कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच प्रक्रिया तेजी से चल रही है। जांच पूरी होने के बाद कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।