बड़ी खबर: पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ शिवानंद नौटियाल को जयंती पर याद किया..
- डाॅ शिवानंद नौटियाल की 87वीं जयंती
पौढ़ी/रुद्रप्रयाग। 26 जून 2023
उत्तर प्रदेश के पूर्व उच्च शिक्षा व पर्वतीय विकास मंत्री डाॅ. शिवानंद नौटियाल की जयंती पर उनके पैतृक गांव कोठला में ग्रामीणों ने उन्हें याद किया। इस दौरान आयोजित गोष्ठी में ग्रामीणों ने स्वर्गीय नौटियालके आदर्शों पर चलने का संकल्प भी लिया। डाॅ. शिवानंद नौटियाल का जन्म 26 जून 1936 को कोठला में हुआ था। वे एक बार पौड़ी और 5 बार कर्णप्रयाग विधानसभा से विधायक रहे।
उन्हें पर्वतीय क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए याद किया जाता है। कोठला में ग्रामीणों में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि देने वालों में नंदराम नौटियाल, भगवती प्रसाद, देवी प्रसाद, गुलाब सिंह, कैलाश सिंह, युद्धवीर सिंह, बंटी सिंह शामिल थे।
वहीं रूद्रप्रयाग में भी स्व. डाॅ. शिवानंद नौटियाल को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। यहां आयोजित संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाड़ी ने कहा कि राजनीति के बदलते परिवेश में डाॅ. नौटियाल के लिए पहाड़ हमेशा आगे रहा। 30 वर्ष तक विधायक रहते हुए भी उनका जीवन सादगी भरा रहा।
एलएल सुंदरियाल ने कहा कि, पहाड़ में शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना डाॅ. नौटियाल की ही देन है। समाजसेवी प्रदीप बगवाड़ी एवं माधो सिंह ने कहा कि तहसील की स्थापना के समय नौटियाल ने जनपद की नींव रखदी थी। इस अवसर पर ओपी भट्ट, देवेंद्र सिंह और मनीष सुंद्रियाल समेत कई अन्य लोग मौजूद थे।
- डाॅ शिवानंद नौटियाल की 87वीं जयंती
- विकास की विकास की मजबूत बुनियाद रख गए थे शिवानंद नौटियाल
कर्णप्रयाग/गैरसैंण 26 जून 2023
उत्तर प्रदेश सरकार में शिक्षा एवं पर्वतीय विकास मंत्री रहे स्व. शिवानंद नौटियाल की 87वीं जयंती पर उनके पैतृक गांव कोठला-सैंजी में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर याद किया गया। इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
हिदी साहित्य के प्रसिद्ध लेखक एवं कुशल राजनीतिज्ञ डा. शिवानंद नौटियाल का जन्म 26 जून 1926 को पौड़ी जनपद के ग्राम कोटला में हुआ था। वर्ष 1967 में इन्होंने सक्रिय राजनीति में पदार्पण किया तथा 1969 में पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। 1974 तथा 1979 के विधानसभा चुनावों में भी जीत हासिल की। वह पौड़ी से दो बार और कर्णप्रयाग से छह बार विधायक बने। 1979 में डा. नौटियाल को उत्तर प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा एवं पर्वतीय विकास मंत्रालय का दायित्व सौंपा गया। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई पुस्तकें भी लिखी।
सोमवार को उनकी जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र नौटियाल ने कहा कि डा. नौटियाल ने अपने मंत्री कार्यकाल के दौरान कई इंटर कालेज और डिग्री कालेज के अलावा सड़कों का निर्माण कर पहाड़ी क्षेत्रों में विकास की एक मजबूत बुनियाद स्थापित की। कहा कि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली, पेयजल, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं को लेकर उन्होंने हमेशा मिशन के रूप में कार्य किया, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। यही वजह है कि वे आज भी आमजन के बीच लोकप्रिय जनप्रतिनिधि के रूप में जाने जाते हैं।
इस मौके पर संजय नौटियाल, कांता प्रसाद, नंद राम, कैलाश नौटियाल, शैलजा नौटियाल, मीना देवी, मोहित नौटियाल, शिवांशु नौटियाल, कमला देवी, मनोज नौटियाल, देवी प्रसाद, प्रिया नौटियाल आदि मौजूद रहे।