भाजपा के विधायक का हाल ही में एक ऑडियो मिला है, जिसमें विधायक जी क्षेत्र पंचायत सदस्य को अपने पाले में लाने के लिए हर जतन कर रहे हैं। विधायक जी क्षेत्र पंचायत सदस्यों को हर साल 4-5 लाख विधायक निधि देने का वादा कर रहे हैं तथा साथ ही चुनाव में खर्च हुए ₹5लाख अथवा उससे भी ज्यादा देने का संकल्प जता रहे हैं।
विधायक जी कह रहे हैं कि तुम आओ तो सही बैठ कर बात हो जाएगी।
यह ऑडियो सल्ट अल्मोड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का है। सुरेंद्र सिंह जीना स्याल्दे ब्लॉक में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को ब्लॉक प्रमुख बनाने के लिए अन्य क्षेत्र पंचायत सदस्यों को विधायक निधि से लेकर नगद ₹50हजार देने का भी वादा कर रहे हैं और उन्हें अपने पाले में लाने के लिए पूरा जतन कर रहे हों।
विधायक सुरेंद्र सिंह जीना कहते हैं कि “तुम हारे हुए लोगों के साथ जाकर क्या पाओगे ! वह भले ही तुम्हें अभी डेढ़ लाख रुपए दे रहे हैं लेकिन यह पैसे कितने दिन चलेंगे।”
जबकि विधायक जी दावे के साथ कह रहे हैं कि वह “उन्हें हर साल चार पांच लाख रुपए विधायक निधि देंगे।
साथ ही चुनाव में खर्च हुए ₹50हजार भी देंगे। विधायक जी यह भी कह रहे हैं कि “यदि इससे अधिक खर्चा हुआ तो बता दो बैठ कर बात कर लेंगे।”
अब भला ऐसे में समझा जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी किस तरह से पंचायत सदस्यों की खरीद-फरोख्त में लगी हुई है।
ऑडियो में आप साफ सुन सकते हैं कि किस तरह से क्षेत्र पंचायत सदस्य विधायक के पाले में आने को तैयार नहीं है और टालमटोल करते हुए कह रहा है कि जिधर बहुमत होगा वह उधर ही जाएंगे।
जबकि विधायक जी उसे दबाव डालकर दूसरे दिन शाम को उसके साथ के तीन अन्य क्षेत्र पंचायत सदस्यों से मीटिंग फिक्स करने पर पूरा जोर लगा रहे हैं।
विधायक जी क्षेत्र पंचायत सदस्य से भले ही हर साल चार पांच लाख रुपए विधायक निधि गारंटी के साथ देने का वादा कर रहे हों लेकिन नियम तो यह कहता है कि विधायक मात्र क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों की सूची अधिकारियों को दे सकता है, वह ठेकेदार का नाम तक नहीं बता सकता। किंतु हकीकत में विधायक निधि का इस्तेमाल किस तरह से होता है यह इस ऑडियो से पता चल सकता है।
यदि क्षेत्र पंचायत सदस्य विधायकों के ही इस तरह के प्रलोभन में खरीदे बेचे जाते रहेंगे तो समझा जा सकता है कि पंचायती राज सिस्टम की मजबूती का हस्र क्या होगा !
कांग्रेस अनुसूचित जाति महिला के लिए रिजर्व की गई स्याल्दे ब्लॉक की सीट पर अपने प्रत्याशी के रूप में करिश्मा देवी की घोषणा कर चुकी है, जबकि भाजपा से इस ब्लॉक में अनुसूचित जाति की चार महिलाएं जीतकर आई हैं किंतु संख्या बल पर पेंच फंसने के कारण भाजपा अभी स्याल्दे ब्लॉक में अपने प्रत्याशी की घोषणा तक नहीं कर सकी है।