दरसल शाइस्ता परवीन एक पुलिस वाले की बेटी है जिसका बचपन प्रयागराज प्रतापगढ़ के थाना कैंपस में ही गुजरा है। शाइस्ता परवीन का जन्म प्रयागराज के दामपुर गांव में हुआ था। परवीन अपनी चार बहनों और दो भाईयों में सबसे बड़ी है,
यहीं से उसने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की ओर कॉलेज की पढ़ाई भी पूरी की ।
अगस्त 1996 में जब शाइस्ता 24 साल की थी तब शाइस्ता और अतीक अहमद की शादी हुई थी। उस समय अतीक अहमद गिने चुने माफियों में से एक था और तीन बार (1989,1991,1993) निर्दलीय विधायक भी चुना जा चुका था। शाइस्ता से शादी के बाद अतीक अहमद की एंट्री समाजवादी पार्टी में हुई और 1996 में सपा से चौथी बार विधायक चुना गया।
अतीक अहमद और शाइस्ता परवीन के पांच बेटे हैं 1 उमर 2 अली 3 असद और दो नाबालिग बेटे है। जिनमें से असद का एनकाउंटर हो चुका है और उमर और अली जेल में बंद है। और दोनो नाबालिक बेटों को बाल सुधार गृह भेजा गया है।
बता दें की राजू पाल हत्या कांड के बाद जब अतीक और उसके भाई अशरफ पर मायावती के द्वारा करवाही हुई तो शाइस्ता ने भी अतीक अहमद का गैंग ज्वॉइन कर किया और संभालने लगी। बाद में लेडी डॉन कहलाने लगी।
2012 में सरकार बदलने के बाद अतीक जेल से बाहर आगया और फिर से अपना दबदबा बढ़ाने लगा। और फिर उसने फिर सपा से 2014 में श्रीवास्तवी से चुनाव लडा लेकिन इस बार वो हार गया, ओर 2016 में अखिलेश यादव से बहस होने की वजह से उसका टिकट कैंसल हो गया था। फिर 2017 में बीजेपी के आने से अतीक बैकफुट पर आ गया
2018 में अतीक ने जेल से फूलपुर उपचुनाव लड़ा जिसमें शाइस्ता ने अपने बड़े बेटे उमर के साथ प्रचार की कमान संभाली। शाइस्तान पहली बार प्रचार के लिए घर से बाहर निकली थी ।उसके बाद भी अतीक चुनाव हार गया था।
बाद में अतीक के बड़े बेटे पर अपहरण और जेल में बिल्डर के साथ मार पिटाई का आरोप भी लगा था। आरोप लगने के बाद उमर फरार हो गया फिर जिसपर पुलिस ने 2 लाख का इनाम रखा था। बाद में एनकाउंटर के डर से 31 जुलाई 2022 को उमर ने कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया जो आज जेल में बंद है। अतीक और उसका भाई अशरफ पहले से ही जेल में थे।
अतीक अशरफ और उमर के जेल जाने के बाद उसकी गैंग को शाइस्ता और उसके छोटे बेटे ने असद ने संभालना शुरू कर दिया। दोनों मां-बेटे मिलकर कारोबारियों व बिल्डरों से रंगदारी मांगते थे अतीक अहमद जेल से प्लान बनाता था जिसको शाइस्ता और उसका बेटा असद कामयाब बनाते आपको बता दें कि उमेश पाल की हत्या का पूरा प्लान शाइस्ता ने ही बनाया था। और अतीक ने साबरमती जेल से प्लान को हरी झंडी दिखाई थी, बता दें कि अतीक ने ही सारे शूटरों को हायर किया था और फोन पर ही पूरे मर्डर की प्लानिंग कर ली थी जिसका पूरा पूरा साथ शाइस्ता ने दिया था और उन शूटरों के साथ शाइस्ता ने बैठक भी की थी। जिसका फुटेज सीसीटीवी कैमरा में रिकॉर्ड है। असद को भी उमेश पाल की हत्या के वक्त वहीं पर रहने का आदेश दिया गया था।
शाइस्तां और अतीक का खुलासा प्रयागराज के बिल्डर जिशान ने कुछ दिनों पहले ही किया है । खुलासा करते हुए बिल्डर ने कहा कि शाइस्ता अतीक अहमद से भी ज्यादा खूंखार और शातिर है। शाइस्ता कई लोगों से रंगदारी मांग की थी जो नहीं देता था उसे अलग-अलग तरीकों से प्रताड़ित करती थी।
बता दें कि बेटे असद और पति अहमद की हत्या के बाद भी शाइस्ता सामने नहीं आई जिसकी तलाश यूपी पुलिस कई दिनों से कर रही है। शाइस्ता उमेश पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी है और उस पर 50000 का जुर्माना भी है।