ई-रिक्शा संचालकों पर लटकी भुखमरी की तलवार
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। कोरोना वायरस के चलते पूरे भारत के अंदर व्यापार बंद है। जिस के संचालन को लेकर केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को निर्देश दिए है। राज्य सरकार ने कुछ शर्तों के साथ व्यापारिक गतिविधियां को संचालन करने की अनुमति दी है। जिसके बाद फिर से जिंदगी पटरी पर आने लगी है। परंतु दूसरी ओर सार्वजनिक परिवहन की सबसे छोटी इकाई ई-रिक्शा का कोटद्वार में संचालन पिछले 2 माह से बंद पड़ा है। कोटद्वार शहर में लगभग 300 ई रिक्शाओं का संचालन होता है। परंतु लॉकडाउन के दौरान अनुमति ना मिलने के कारण सभी ई-रिक्शा घर पर खड़े हैं। जिसकी वजह से ई-रिक्शा संचालकों पर भुखमरी की तलवार लटकने लगी।
इसको लेकर आज कोटद्वार की ई-रिक्शा एसोसिएशन ने गौसेवा आयोग के उपाध्यक्ष और दर्जाधारी राज्य मंत्री पंडित राजेंद्र अंथवाल को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें यूनियन के पदाधिकारियों ने उनसे मांग की है कि, जिलाधिकारी पौड़ी से उन्हें कोटद्वार में दो लोगों को बैठाकर के ई-रिक्शा संचालन की अनुमति दिलाई जाए। जिसको लेकर राज्यमंत्री अंथवाल ने जिलाधिकारी पौड़ी से बात की और उनकी इस मांग को जल्द पूरा करने का भरोसा दिलाया। ज्ञापन देने वालों में यूनियन के संरक्षक धर्मवीर गुसाईं, अध्यक्ष देवेंद्र कुण्डलियाल, सचिव दीपक बजरंगी, उपाध्यक्ष ताजवर सिंह गुसाईं, कोषाध्यक्ष कोकला प्रसाद ममगाईं, संजय कुमार, मुकेश कुमार आदि मौजूद थे।