रिपोर्ट- दिलीप अरोरा
किच्छा। सुचेतना समाज सेवा संस्था द्वारा करीब 15 गांव की 36 बालिकाओं को किच्छा कोतवाली का भ्रमण कराया गया। इस का मुख्य उद्देश्य था कि, इन बालिकाओं को महत्वपूर्ण कानूनों की जानकारी देना और बालिकाओं पर हो रहे अत्याचारों की जानकारी देने के साथ ही उनका कैसे सामना किया जाये, इसके विरुद्ध कैसे लड़ा जाये, इसके लिए भी महत्वपूर्ण गुण सिखाना था।
इस दौरान किच्छा कोतवाली की एस.आई बबिता टम्टा ने बालिकाओं को महत्वपूर्ण गुण सिखाने के साथ-साथ उनके सवालों का जवाब भी दिया। इस पर बबिता टम्टा ने बताया कि, आज इन बच्चों को लाया गया था। इस दौरान हमने इनको बैड टच-गुड टच, पोकसो एक्ट, दहेज़ प्रथा, बाल क़ानून चाइल्ड हैल्प लाइन का क्या कार्य है और बाल विवहा का क्या नुकसान है और इसको कैसे रोक सकते है, जैसे महत्वपूर्ण अपराधों की जानकारी देने के साथ इसके प्रति इन बच्चों को जागरूक किया गया।
इससे हम भविष्य में कुछ अपराधों पर अंकुश भी लगा सकते है। इस पर संस्था की सदस्य रिंकी ने बताया कि, इस भ्रमण का उद्देश्य बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना था। इस मौके पर सेंट पीटर स्कूल के फादर सहित तमामा बच्चे और एन.जी.ओ सदस्य रिंकी सक्सेना और अनीता मौजूद रहे।