सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला के अनुबंध को निरस्त कराने के लिए पिछले 46 दिन से चल रहा आंदोलन स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया गया है।
तहसीलदार सुशील सैनी ने आमरण अनशन पर बैठी उत्तराखंड क्रांति दल की नगर अध्यक्ष बीना नेगी को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया।
उत्तराखंड क्रांति दल के मीडिया प्रभारी शिवप्रसाद सेमवाल ने बताया डॉक्टर धन सिंह रावत से उनकी फोन पर वार्ता हुई है और उन्होंने कहा है कि अनुबंध को निरस्त करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं और इस पर कार्यवाही केवल स्वास्थ्य सचिव के कोरोना संक्रमित होने के कारण रुकी हुई है।
डाॅ. धन सिंह रावत ने भरोसा दिलाया कि अस्पताल का अनुबंध निरस्त करने के आदेश दिए जा चुके हैं और आचार संहिता का इस पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
गौरतलब है कि आंदोलनकारी अस्पताल के अनुबंध निरस्त होने के आदेश जारी होने तक आंदोलन जारी रखने पर अधिक थे कितु स्वास्थ्य मंत्री के आदेश के बाद आखिरकार उन्होंने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय सचिव केंद्रपाल सिंह तोपवाल ने बताया कि यदि स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के अनुसार आचार संहिता के दौरान अनुबंध निरस्त नहीं किया गया तो आचार संहिता हटते ही फिर से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
दूसरी ओर अनशन पर बैठी उत्तराखंड क्रांति दल महिला मोर्चा की संगठन मंत्री सरोज रावत को जबरन उठाए जाने के बाद आज उत्तराखंड क्रांति दल महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष बीना नेगी आमरण अनशन पर बैठ गई थी।
उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष धर्मवीर सिंह गुसाई ने आंदोलन में 46 दिन तक समर्थन देने वाले और शामिल होने वाले सभी जन संगठनों, राजनीतिक दलों और संस्थाओं सहित तमाम गणमान्य व्यक्तियों और स्थानीय नागरिकों का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया तथा उनसे अपील की कि डोईवाला के हितों के लिए वह भविष्य में भी इसी तरह से संघर्षरत रहेंगे।
आंदोलन के 46 में दिल धरना स्थल पर उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय संगठन मंत्री संजय बहुगुणा, रवि कपूर, सरोज रावत, बीना नेगी सीमा रावत कविता गुसाईं सरोज मीना नौटियाल महादेव नौटियाल, प्रमोद डोभाल, संजय डोभाल, सहित दर्जनों लोग भारी बरसात के बावजूद धरने पर डटे रहे।