नगर पंचायत द्वारा पाटे गए सरकारी तालाब की शिकायत पर उपजिलाधिकारी ने लिया संज्ञान
रिपोर्ट- अश्विनी सक्सेना
दिनेशपुर। नगर पंचायत द्वारा पाटे गए सरकारी तालाब की शिकायत पर उपजिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया। जिस पर शनिवार को पटवारी ने तालाब की नापजोख की। उन्होंने कहा तालाब को उसका अस्तित्व दिया जाएगा। रविवार को तालाब को खोलने की प्रक्रिया की जाएगी।
ज्ञात हो कि, नगर स्तिथ थाने के सामने सरकारी तालाब है जिसको मछली पालन हेतु नगर पंचायत नीलाम कर अपनी आय बढ़ाती है। किसी निजी स्वार्थ वश उक्त लालाब को मैन रोड की ओर से लगभग 50 फुट अंदर तक नगर पंचायत ने भरान का कार्य करा कर तालाब का रकबा कम कर दिया था। जिसकी खबर अखबारों में पढ़ कर उपजिलाधिकारी बाजपुर ए पी बाजपेयी ने मामले का संज्ञान लिया और मौके पर पहुंचकर तालाब का निरीक्षण किया।
जिस पर उन्होंने तालाब की नापजोख करने के आदेश दिए। शनिवार को तहसील के पटवारी मुकेश सिंह द्वारा तालाब की पैमाइश की गई। उधर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि, रविवार से तालाब में भरी गयी मिट्टी को निकालने का कार्य किया जाएगा और तालाब को उसके मुख्य स्वरूप में लाया जाएगा। यहां यह प्रश्न मुख्य रूप से उठता है कि, उक्त तालाब को मछली पालन के लिये नीलम करा कर नगर पालिका अपनी आय में वृद्धि करता है अर्थात ये तालाब निकाय की आय का स्रोत है तो फिर किन कारणों से इसको लगभग पचास फुट तक बन्द क्यों कराया गया ?
जबकि एक ओर पचासों वर्षों से बन्द तालाबों को मा० उच्च न्यायालय के आदेशों पर इसी नगर पंचायत द्वारा अपने ही क्षेत्र के कब्जे में लेकर खुलवाया जा रहा है, तो फिर इस सरकारी तालाब को रोड की ओर से बन्द कराने के पीछे जरूर कोई निजी स्वार्थ होगा। इस पर किये गये व्यय के लिये जिम्मेदार कौन होगा? नगर में तो यह भी चर्चा है कि इस बन्द किये गये टुकड़े पर कुछ लोगों की निजी दुकानों का निर्माण किया जाना था। जिनकी बंदरबाट पहले ही हो चुकी थी। लेकिन कुछ पत्रकारों ने मंसूबों पर पानी फेर दिया। वहीं तालाब निकट TVS एजेंसी कार्यकर्ता ने कब्जा जमाया हुआ था, मीडिया जब कवरेज करने पहुंची तो शाम तक ही TVS एजेंसी ने अपनी कैनोवी तत्काल हटा दी।