उत्तराखंड द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर के चलाए जा रहे आंदोलन का प्रथम चरण आज समाप्त
रिपोर्ट:मनोज नौडियाल
कोटद्वार। उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन उत्तराखंड द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर के चलाए जा रहे आंदोलन का प्रथम चरण आज समाप्त हो गया इस आशय की जानकारी उत्तरांचल फेडरेशन आफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन मण्डलीय अध्यक्ष सीताराम पोखरियाल द्वारा अवगत कराया है कि सरकार द्वारा मिनिस्टीरियल कर्मियों से 10 सोलह 26 वर्ष पर दिए गए एसीपी और एमएसईबी के लाभ की वसूली के आदेश जब तक वापस नहीं लिए जाते हैं तब तक पूरे प्रदेश में करीब 35000 मिनिस्टीरियल कर्मचारी चरणबद्ध ढंग से आंदोलन चलाएंगे जनपदीय अध्यक्ष रेवती नन्दन। डंगवाल ने स्पष्ट किया कि आंदोलन के द्वितीय चरण में प्रदेशभर के मिनिस्ट्रियल कर्मचारी 5 मार्च से 8 अप्रैल तक अपने अपने कार्य लोगों की हस्ताक्षर पंजिका में हस्ताक्षर करने के पश्चात पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करेंगे और कार्य बहिष्कार के दौरान गेट मीटिंग एवं जन जागरण अभियान चलाएंगे उन्होंने प्रदेश भर के मिस्टर कर्मचारियों से अनुरोध किया है कि प्रांतीय कार्यकारिणी द्वारा लिए गए निर्णय को अपने-अपने जनपदों में शत-प्रतिशत सफल बनाया जाए पोखरियाल ने यह भी कहा कि 12 अप्रैल को सभी जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करके जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन भेजा जाए तथा 13 अप्रैल को प्रांतिय बैठक में अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया जाएगा उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार द्वारा एक औपचारिकता के लिए शासन में बैठक बुलाई जिस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया उन्होंने कहा कि एसीपी एवं एम ए सी पी के लाभ जिन करीब 5000 पेंशनर कर्मचारी तथा 5000 कार्यरत मिनिस्टर कर्मचारी को तथा भविष्य में सेवानिवृत्त होने कर्मचारियों की कटौती बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी उन्होंने यह भी कहा कि शासन द्वारा स्पष्ट निर्णय न होने के कारण आज प्रदेश में करीब 500 से अधिक कर्मचारियों के पेंशन के प्रकरण लटक गए हैं जिस कारण कर्मचारियों को करीब दो-तीन माह से पेंशन भी नहीं मिल पा रही है उन्होंने कहा कि यदि सरकार सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तो दिनांक 13 अप्रैल की होने वाली बैठक में हजारों पेंशनरों को भी आंदोलन में शामिल करने का निर्णय लिया जा सकता है श्री जसपाल रावत कलेक्टेड मिनिस्ट्रियल संघ के जनपदीय अध्यक्ष पौड़ी रेवती डंगवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन जनपदों में आचार संहिता लगी है उस जनपद के मिनिस्ट्रियल कर्मचारी अपने कार्यालय में कार्यालय पंजिका में हस्ताक्षर करने के पश्चात पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करें और उसका प्रचार-प्रसार भी किया जाए उन्होंने सभी हजारों मिसटर कर्मचारियों से अनुरोध किया है कि यदि सरकार तत्काल सम्मानजनक समझौता नहीं करती है तो अप्रैल माह की 13 तारीख के बाद प्रदेश के हजारों कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए तैयार रहें सीताराम पोखरियाल,मण्डलीय अध्यक्ष गढ़वाल मण्डल, रेवती नंदन डंगवाल जनपदीय अध्यक्ष पौड़ी, सजंय नेंगी जनपदीय सचिव पौड़ी, प्रदीप सजवान, ललित मोहन भट्ट, दिनेश प्रसाद थपलियाल, पुष्कर चौधरी, विनोद सिंह मेहर, करिश्मा मुयाल, प्रेमचंद ध्यानी, राजकुमारी,चन्द्र प्रकाश गैरोला, एव उत्तरांचल फेडरेशन आफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन उत्तराखंड के समस्त घटक संगठनों के पदाधिकारी एवम सदस्यो द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गई।