- थराली ने ओढ़ी बर्फ की सफेद चादर , प्रकृति ने सजाने और संवारने में नहीं छोड़ी कोई कसर
थराली में विगत 2 दिनों से बारिश और बर्फबारी से क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। वही बर्फबारी ने थराली का नजारा ही बदल दिया।
बर्फबारी होने से यहां पूरे क्षेत्रों का नजारा बदल गया है। मानो प्रकृति ने इसे सजाने और संवारने में कोई कसर नहीं छोड़ी हो।
बर्फ की सफेद चादर ओढ़े बुग्याल एवं गांव का नजारा लोगों को मन मुग्ध कर देने वाला है।
थराली सहित आसपास के इलाकों में लगातार दो दिन से हो रही बारिश और बर्फबारी होने से आमजन को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं निचले इलाकों में शीतलहर बढ़ने से लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
थराली सहित देवाल के पर्यटन स्थलों में शुमार ब्रह्मपाल भेकलताल , रूपकुंड , आइजनटोप ,आली, ग्वालदम , पार्था सहित तमाम क्षेत्रों में बर्फबारी होने से यहां का नजारा ही बदल गया बर्फ़बारी भारी होने से जहां फसलों को इसका फायदा मिलेगा वहीं स्थानीय लोगों को आवाजाही एवं किसानों को अपने मवेशियों को चारा पत्ती लाने के लिए दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है।
थराली ,देवाल ,नारायणबगड़ क्षेत्रों में 2 दिनों से बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी यहां बर्फ के आगोश में गांव के गांव ढंक गए हैं. वही शीत लहर से क्षेत्र में लगातार ठंड बढ़ने से लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है, लेकिन प्रकृति ने धरा को सजाने और संवारने में कोई कमी नहीं की ,भले ही सरकारों ने थराली सहित देवाल के तमाम पर्यटन स्थलों की उपेक्षा की हो लेकिन बर्फबारी से यहां का नजारा मन मुग्ध कर देने वाला है. हजारों की संख्या में पर्यटक यहां पहुंचकर बर्फ का आनंद उठा रहे हैं।