उत्तराखंड क्रांति दल ने सरकार के 100 दिन के कार्यकाल को निराशाजनक करार दिया है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने बताया कि सरकार के 100 दिन बेरोजगार युवाओं पर भारी पड़े हैं।
ना तो सरकार ने इन 100 दिनों में चुनाव से पूर्व किए हुए महत्वपूर्ण वादे निभाए और ना ही आगे के लिए कोई स्पष्ट विजन जारी किया है।
यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि पुलिस भर्ती में पहाड़ी जिलों का कोटा खत्म करके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहाड़ के बेरोजगारों के सपनों के साथ एक बड़ा खिलवाड़ किया है।
इसके अलावा कई विभागों से संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को हटा दिया गया है। साथ ही उपनल कर्मचारियों को भी हटाया गया है।
यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि इन 100 दिनों में न सिर्फ चार धाम यात्रा अव्यवस्था के लिए दुनिया भर में चर्चित रही बल्कि रोजगार की मांग कर रहे युवाओं पर भी लाठी चार्ज करना सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
सेमवाल ने कहा कि सरकार ने 25,000 सरकारी नौकरी देने का वचन दिया था लेकिन हालत यह है कि सिंचाई विभाग से लेकर सहकारिता, पर्यटन तथा यूपीसीएल आदि तमाम विभागों से रिक्त पदों भर्ती को समाप्त कर दिया गया है और कई विभागों के पद लगातार खत्म किए जा रहे हैं।
यूकेडी नेता ने कहा कि चुनाव से पहले तो सरकार ने भर्तियों के कई प्रस्ताव अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजे लेकिन चुनाव निपट जाने के बाद अब यही विभाग भर्तियां करने से इंकार कर रहे हैं।
हालत यह है कि 6 महीने से समूह ग की एक भी विभाग मे नई भर्ती शुरू नहीं हो पाई है। यूकेडी नेता सेमवाल ने कहा कि सरकार अपने किए हुए वादों के बिल्कुल विपरीत काम कर रही है।
उन्होंने कहा चुनाव से पहले पुष्कर सिंह धामी द्वारा भू कानून और पुलिस ग्रेड पे को लेकर किए गए वायदों को भी 100 दिन के अंदर अंदर सुलझाने का वादा किया था लेकिन इस पर भी वह खरे नहीं उतरे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को नसीहत देते हुए कहा कि वह युवा हैं तथा सक्षम है उन्हें अपनी प्रतिभाओं का बेहतर इस्तेमाल करना चाहिए अन्यथा उनके लिए आगे की राजनीति के रास्ते बंद हो सकते हैं।