बाहर ले जाकर महिला कर्मचारी लोगों से करवाती थी नाबालिग का दुष्कर्म।
बालिका संप्रेषण गृह में हुए दुष्कर्म के आरोपों के संदर्भ में, जनपद नैनीताल के हल्द्वानी में स्थित बालिका संप्रेषण गृह के दो महिला कर्मचारियों के खिलाफ पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने बताया कि 11 दिसंबर 2023 को उन्होंने हल्द्वानी का औचक निरीक्षण किया, जिसमें उन्होंने दुष्कर्म के आरोप में पीड़िता की साक्षात्कार की और उसे सुनकर गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।
उसके बाद, सचिव महिला एवं बाल विकास श्री हरिचंद सेमवाल और निदेशक श्री प्रशांत आर्या से वार्ता करते हुए उन्होंने राजकीय महिला कल्याण व पुनर्वास केंद्र (संप्रेक्षण गृह) में कार्यरत अनुसेविकाओं की जांच करने के लिए निर्देश दिया और तत्काल तय करवाया कि गलत कार्यों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने तथा महत्वपूर्ण निर्देश देते हुए यह बताया कि राज्य के सभी संप्रेक्षण गृह और नारी निकेतनों में निगरानी को मजबूत किया जाए, और पीड़िता की सहायता और समर्थन के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।

महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने मामले को लेकर कहा है कि यह घटना अत्यंत निंदनीय है और महिला आयोग पीड़िता की सुरक्षा और न्याय की सुनिश्चित करने के लिए पूर्णत: समर्थ है। उन्होंने इस मामले के बाद सभी संप्रेक्षण गृहों और नारी निकेतनों में निगरानी में सुधार के लिए सचिव हरिचंद सेमवाल को निर्देशित किया है और पीड़िता के लिए काउंसलिंग और देखरेख करने के लिए भी निर्देशित किया है। इसके अलावा, महिला आयोग ने सचिव श्री हरिचंद सेमवाल का आभार व्यक्त किया है क्योंकि उन्होंने तत्परता से मामले की जांच के लिए नेतृत्व किया।