हरिद्वार : शिकायतकर्ता गोपाल सिंह ने जगजीतपुर देवपुरा थाना कनखल जिला हरिद्वार में रहने वाले दो व्यक्तियों को 70 हजार रुपये उधार दिए थे, जिन्होंने बाद में रुपये वापस करने से इंकार कर दिया। जब गोपाल सिंह ने रुपये मांगे, तो आरोपितों ने धमकी दी कि वह उसे दुष्कर्म के झूठे केस में फंसा देंगे।
इसके बाद गोपाल सिंह ने शिकायत दर्ज करने के लिए थाना कनखल व पुलिस चौकी जगजीत में आवेदन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आरोप है कि एसआइ खेमेंद्र गंगवार तत्कालीन चौकी इंचार्ज जगजीतपुर वर्तमान तैनाती पुलिस कोतवाली जिला हरिद्वार एसआइ हेमलता व कांस्टेबल बलवंत ने गोपाल से केस में अंतिम रिपोर्ट लगवाने के लिए पांच लाख रुपये की मांग की।
12 दिसंबर 2021को आरोपितों ने उन्हें फोन करके जगजीतपुर पेट्रोल पंप के पास बुलाया। इस दौरान वहां पर एसआइ खेमेंद्र गंगवार, एसआइ हेमलता, कांस्टेबल पूनम, बलवंत, पप्पू कश्यप और विरेंद्र भी मौजूद थे। रुपये न देने पर आरोपित गोपाल को एक निजी वाहन में डालकर थाना कनखल ले गए और लाकअप में बंद कर दिया और वहां बुरी तरह से पीटा। जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद गोपाल ने 13 मार्च 2023 को थाना कनखल व 22 मार्च 20223 को एसएसपी को शिकायत दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। प्रार्थनापत्र पर सुनवाई करते हुए अदालत ने विजिलेंस को आदेश जारी किए हैं कि आरोपित दारोगा खेमेंद्र गंगवार, दारोगा हेमलता, सिपाही पूनम, सिपाही बलवंत, सिपाही पप्पू कश्यप और सिपाही विरेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जाए।