उत्तराखण्ड राज्य में लेखपत्रों के निबंधन में वर्चुअल रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को लागू करने से कई तकनीकी और प्रशासनिक सुधार हो सकते हैं। पक्षकारों को अपने ही स्थान से लेखपत्र तैयार करने और ऑनलाइन लिंक के माध्यम से प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा, जिससे विलेखों का पंजीकरण सरल हो जाएगा।
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इसके साथ ही, Video KYC के उपयोग से पक्षकारों की पहचान सत्यापित की जा सकेगी, और E-Sign के माध्यम से विलेखों का पंजीकरण हो सकेगा। यह सुनिश्चित करेगा कि विलेख में विवाद नहीं होता और जनसुविधा में सुधार होता है।
उप निबंधक कार्यालय को इस प्रक्रिया को लागू करने से औद्योगिक निवेश में बढ़ोतरी हो सकती है, और लोगों को अपने घर से ही निबंधन कराने का अधिक विकल्प मिलेगा। साथ ही, यह फर्जीवाड़े को रोकने में भी मदद कर सकता है, क्योंकि इसमें आधार प्रमाणीकरण से जुड़ाव शामिल होता है।