डोईवाला
रिपोर्ट- ज्योति यादव
उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा बीते लंबे समय से डोईवाला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं चिकित्सालय को पीपीपी मोड (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड) से मुक्ति दिलाने को लेकर आंदोलन जारी है।
बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर यूकेडी द्वारा पीपीपी मोड के एग्रीमेंट की कॉपियों को अग्नि के हवाले किया गया और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की गई।
उत्तराखंड आंदोलनकारी एवं 90 वर्षीय बुजुर्ग गिरधारी लाल नैथानी द्वारा 9 दिसंबर से आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि जब उन्हें इस आंदोलन के बारे में पता चला तो वह भी इस आंदोलन को अपना समर्थन देने आ गए।
उन्होंने बताया कि 5 वर्ष पूर्व भाजपा सरकार के सत्ता में आते ही उनके द्वारा डोईवाला सरकारी अस्पताल को निजी संस्थान के हाथों में पीपीपी मोड के अंतर्गत सौंप दिया गया था जिस कारण क्षेत्र की जनता को काफी परेशानियो और दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार द्वारा अस्पताल का निर्माण गरीब जनता की सहायता के लिए किया गया परंतु भाजपा सरकार के निजी स्वार्थ के चलते इस अस्पताल का निजीकरण किया गया। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार द्वारा अस्पतालों एवं अन्य सरकारी संस्थाओं का जो निजीकरण किया गया, उससे जो पैसा आये है सरकार उसे अपनी चुनावी रैलियों में लगाएंगे।
उनके द्वारा 9 दिसंबर से आमरण अनशन पर बैठने की घोषणा की जा चुकी है और उन्होंने कहा है कि अनशन के दौरान अगर उन्हें कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है जो सरकार अपने प्रदेश की जनता का हित ना कर सके और राज्य की जनता को अपने हक के लिए अपने प्राणों की आहुति द�