अरविंद पांडे को पार्टी कार्यालय तलब
हाल ही में अरविंद पांडे ने अवैध खनन को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। इस बयान के बाद संगठन और सरकार दोनों असहज हो गए थे। पार्टी अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें कार्यालय बुलाया और लगभग एक घंटे तक उनसे बंद कमरे में बातचीत की।
बयानबाजी से नाराज संगठन
पार्टी नेतृत्व का कहना है कि विधायक या नेता किसी भी मुद्दे को पार्टी फोरम पर रखें, न कि सार्वजनिक बयानबाजी के जरिए संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाएं। प्रदेश अध्यक्ष ने अरविंद पांडे को यह साफ संदेश दिया कि उनकी बातों पर संज्ञान लिया जाएगा लेकिन मंच केवल पार्टी का होगा।
मुलाकात के बाद बदले तेवर
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में अरविंद पांडे ने कहा कि वह प्रदेश अध्यक्ष से सामान्य चर्चा करने आए थे। उन्होंने दोहराया कि सरकार जनता के लिए बेहतरीन काम कर रही है, लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे हैं जिनके कारण सरकार की छवि पर आंच आती है।
अब चुफाल की बारी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बताया कि पार्टी विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के हालिया बयानों को लेकर वह व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर रहे हैं। अरविंद पांडे के बाद अब बिशन सिंह चुफाल को भी पार्टी कार्यालय बुलाया जाएगा और उनसे विस्तार से चर्चा होगी।
क्या थे पांडे के आरोप?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद लौटे अरविंद पांडे ने कहा था कि उधम सिंह नगर जिले के गदरपुर क्षेत्र में अवैध खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है। उनका दावा था कि बौर और गडरी नदियों में 200 मीटर से 2 किलोमीटर चौड़ाई तक गहरे गड्ढे खोदकर खनन किया जा रहा है।
जांच में क्या निकला?
सरकार ने उनके आरोपों की तत्काल जांच कराई। राजस्व, चकबंदी और खनन विभाग की संयुक्त टीम ने मौके का निरीक्षण किया। जांच रिपोर्ट में ऐसे गहरे गड्ढे या सक्रिय अवैध खनन की पुष्टि नहीं हुई। टीम ने पाया कि बौर नदी का प्रवाह केवल 30 से 40 मीटर चौड़ाई में है।