योग और आयुर्वेद का डंका पूरे विश्व में बजने वाले बाबा रामदेव को लेकर बड़ी खबर आ रही है।
बाबा और उनके सहयोगी एवं कंपनी के खिलाफ दो दर्जन से अधिक मामले कोर्ट में चल रहे है।
इस बात का खुलासा देश के जानेमाने न्यूज पेपर ने अपनी खबर में किया है।
खबर के अनुसार बाबा रामदेव, उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण और उनकी आयुर्वेदिक दवा निर्माण कंपनी पतंजलि आयुर्वेद की शाखा दिव्य फार्मेसी के खिलाफ केरल की अलग अलग अदालतों में Drugs and Magic Remedies (Objectionable Advertisements) Act, 1954 के उल्लंघन से संबंधित कुल 26 मामले दर्ज किए गए हैं।
दरअसल भारतीय चिकित्सा संघ द्वारा दायर एक मामले में Kerala State Drugs Controlar (प्रभारी) के. सुजीत कुमार द्वारा 20 फरवरी को सर्वोच्च न्यायालय में दिए गए हलफनामे में यह खुलासा हुआ।
हलफनामे में कहा गया है कि 6 मामले कक्कनाड, एर्नाकुलम में, 5-5 कोझिकोड और तिरुवनंतपुरम में, 3 पलक्कड़ में, 2-2 कोल्लम, कोट्टायम और त्रिशूर में और एक इडुक्की के कट्टप्पना में हैं।
खबर के अनुसार स्टेट ड्रग्स कंट्रोलर ने बताया कि वर्ष 2016 से विभाग द्वारा अधिनियम के उल्लंघन से संबंधित 116 मामले विभिन्न फर्मों के खिलाफ शुरू किए गए।
इनमें से 32 मामलों में आरोपियों को दोषी ठहराया गया तथा शेष मामले कानूनी कार्यवाही के विभिन्न चरणों में हैं।
पतंजलि उत्पादों में से एक, दिव्य लिपिडोम ने कोलेस्ट्रॉल और डिस्लिपिडेमिया (कोलेस्ट्रॉल या फैट के असामान्य स्तर) को कम करने और “helpful in fat metabolism” होने का दावा किया, जबकि पतंजलि न्यूट्रेला डायबिटिक केयर ने बल्ड शुगर लेवल को कम करने और शरीर के वजन को नियंत्रित करने का दावा किया।
इस बीच, कोझिकोड की न्यायिक प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट अदालत ने बाबा रामदेव को यहां दर्ज एक अन्य मामले में मई में व्यक्तिगत रूप से अदालत के समक्ष पेश होने को कहा है।