उत्तराखंड में बुधवार दोपहर अचानक मौसम ने करवट ली, जिससे पहाड़ से लेकर मैदान तक हलचल मच गई। चमोली, रुद्रप्रयाग और अन्य पर्वतीय जिलों में तेज आंधी-तूफान और मूसलाधार बारिश ने जनजीवन प्रभावित कर दिया, जबकि बदरीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट आई है।
चमोली में हालात गंभीर, घरों में घुसा पानी
चमोली जिले में तेज आंधी और मूसलाधार बारिश के चलते कई क्षेत्रों में सड़कें जलमग्न हो गईं। उफनते गदेरों का पानी कई घरों में घुस गया, जिससे लोग दहशत में आ गए। ओलावृष्टि ने माल्टा, आड़ू, सरसों और विभिन्न सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है।
बर्फबारी से बढ़ी ठंड, थराली में तबाही
बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी और रुद्रनाथ में ताजा बर्फबारी ने फिर से ठंड बढ़ा दी है। वहीं, थराली क्षेत्र के ग्वालदम, डुंग्री, कुलसारी और तलवाड़ी गांवों में भारी बारिश और उफनते बरसाती गदेरों से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। थराली बाजार में करीब दस से अधिक वाहन मलबे में दब गए और छह दुकानों में मलबा व पानी घुस गया।
रुद्रप्रयाग और श्रीनगर भी प्रभावित
रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम में दोपहर से लगातार रिमझिम बारिश होती रही, वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। श्रीनगर में हुई ओलावृष्टि से गेहूं और आलू की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है।
सड़कें बंद, प्रशासन मौके पर
तेज बारिश के चलते देवाल मोटर मार्ग पर कोठी और ऊणी में मलबा आ गया, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो गया है। सूचना पर तहसील प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और मलबे में फंसे वाहनों को निकाला। प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी है।