बजट नियंत्रण पर विशेष जोर, अनावश्यक कार्यों पर रोक के निर्देश
आयुक्त ने निर्देश दिए कि अनावश्यक वित्तीय बोझ से बचने के लिए केवल यथासंभव आवश्यक कार्यों को ही प्रस्तावित किया जाए। हिल बायपास को उन्होंने ‘लाइफलाइन’ की संज्ञा देते हुए इसे प्राथमिकता में शामिल करने को कहा।
हिल बायपास को मिली ‘लाइफलाइन’ की मान्यता, पुलिस लाइन और अस्पताल भवन को लेकर अहम निर्णय
आयुक्त ने लालजीवाला क्षेत्र में अस्थायी पुलिस लाइन की स्थापना और जिला चिकित्सालय के पुराने भवन को ध्वस्त कर नए भवन के निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप संत समाज के सुझावों के साथ होगी दिव्य कुंभ की योजना
विनय शंकर पाण्डे ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर संत समाज से परामर्श कर दिव्य और भव्य कुंभ की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसके लिए शासन स्तर पर उच्चस्तरीय समिति का गठन हो चुका है।
तीन श्रेणियों में बंटे प्रस्तावित कार्य, A कैटेगरी के लिए सबसे अधिक बजट
प्रस्तावित कार्यों को A, B और C श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिसमें A कैटेगरी के तहत अत्यधिक महत्वपूर्ण और समय लेने वाले निर्माण कार्य शामिल हैं। इन कार्यों की अनुमानित लागत करीब 3400 करोड़ रुपये बताई गई है।
561 परियोजनाओं का खाका तैयार, स्थायी और अस्थायी दोनों प्रकार के कार्य होंगे शामिल
उप मेलाधिकारी अजयवीर सिंह ने बताया कि कुल 561 कार्य प्रस्तावित किए गए हैं जिनमें 220 स्थायी और 431 अस्थायी कार्य हैं, जिनकी संयुक्त लागत लगभग 4600 करोड़ रुपये है।
व्यापारी और संत समाज के सुझावों को मिला महत्व, पुल और घाट निर्माण के सुझाव प्रमुख
श्रीगंगा सभा, अखाड़ा परिषद और व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने नए पुल, टू-व्हीलर पार्किंग और सप्त सरोवर क्षेत्र में घाट निर्माण जैसे सुझाव दिए, जिन्हें समीक्षा में गंभीरता से लिया गया।
जिले और विभागों के आला अधिकारी रहे मौजूद, विभागवार प्रेजेंटेशन से हुई कार्यों की समीक्षा
बैठक में जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेंद्र सिंह, जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल, एसएसपी अजय सिंह, एचआरडीए वीसी अंशुल सिंह, सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
