देहरादून: उत्तराखंड की राजनीति में गर्मी इन दिनों मौसम से भी ज्यादा तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर सक्रियता अब नेताओं की शैली बन चुकी है और इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर भाजपा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर जोरदार हमला बोला है। निशाने पर है एक फेसबुक पेज– ‘धाकड़ धामी’, जिसे लेकर रावत ने तीखे शब्दों में सवाल उठाए हैं।
हरीश रावत ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए पूछा है कि क्या यह पेज वाकई राज्य के मुख्यमंत्री से जुड़ा है या फिर कोई और “धाकड़” अपनी राजनीति चमका रहा है? रावत का आरोप है कि इस पेज से उनके ऊपर ‘जुमे की नमाज की छुट्टी’ और ‘मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलने’ जैसे झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं, जो पूरी तरह असंवैधानिक और आधारहीन हैं।
उन्होंने तीखे शब्दों में कहा,भारत का संविधान किसी भी धर्म के आधार पर छुट्टी की अनुमति नहीं देता। न नमाज के लिए, न हनुमान चालीसा के लिए और न ही किसी धार्मिक ग्रंथ के पाठ के लिए। यदि सरकार ने ऐसी कोई छुट्टी दी होती, तो गजट नोटिफिकेशन जरूर होता – दिखाइए वो नोटिफिकेशन!

रावत ने भाजपा को खुली चुनौती देते हुए पूछा कि कोई भी सरकारी या गैर-सरकारी संस्था बताई जाए जहां शुक्रवार को छुट्टी दी गई हो। “अगर कहीं ऐसा हुआ हो, तो भाजपा उसका नाम बताए। स्कूल, कॉलेज, शिशु मंदिर – कहीं तो नमाज की छुट्टी दी गई होगी?
हरीश रावत ने कहा कि भाजपा सरकार 9 साल बाद भी एक फर्जी लेटर के सहारे यह सिद्ध करने की कोशिश कर रही है कि उनकी सरकार ने धर्म के आधार पर छुट्टी दी थी। उन्होंने साफ कहा कि वह किसी भी मंच पर, किसी भी अखबार या टीवी चैनल पर ऐसा बयान नहीं दे चुके हैं जिसमें उन्होंने मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलने की बात की हो।
उन्होंने ललकारते हुए कहा,दिखा दो मेरा कोई वीडियो, क्लिपिंग या अखबार की कटिंग जिसमें मैंने यह कहा हो कि सत्ता में आकर मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाऊंगा। नहीं है न? क्योंकि ये सब झूठ है!
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा की रणनीति पर सीधा वार करते हुए कहा कि जब जनता विकास कार्यों पर सवाल उठाने लगी है तो भाजपा अब झूठ और अफवाहों के सहारे 2027 का चुनाव जीतना चाहती है।
मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। 2027 तक उत्तराखंड के कोने-कोने में भाजपा का यह झूठ उजागर करूंगा
मुख्यमंत्री से पूछा– क्या ‘धाकड़ धामी’ पेज आपका है?
रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सीधे तौर पर यह स्पष्ट करने की मांग की है कि क्या “धाकड़ धामी” नामक पेज उनसे जुड़ा है या नहीं?
अगर यह आपका पेज है, तो आप अपनी अज्ञानता से पूरे प्रदेश की हंसी करवा रहे हैं।
हरीश रावत का यह सोशल मीडिया हमला सिर्फ जवाबी बयान नहीं, बल्कि आने वाले चुनावी सालों की रणनीति का ट्रेलर है। अब देखना होगा कि भाजपा और मुख्यमंत्री धामी इस ‘धाकड़ वार’ का क्या जवाब देते हैं।