जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज देहरादून के एकीकृत आपदा परिचालन केन्द्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा नियंत्रण केंद्र को डिजिटल व ए-क्लास संसाधनों से सुसज्जित किया जाए, जिससे किसी भी प्राकृतिक आपदा पर त्वरित व प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सके।
डिजिटल कंट्रोल रूम और रियल टाइम डिस्प्ले स्क्रीन की व्यवस्था
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आपदा कंट्रोल रूम जल्द ही डिजिटल प्लेटफॉर्म में परिवर्तित किया जाएगा।
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कंट्रोल रूम की दीवारों पर GIS मैपिंग के माध्यम से तहसीलों, थानों, हॉस्पिटल और प्रमुख मार्गों की जानकारी उपलब्ध रहेगी।
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पहली बार पूरे जिले में Rapid Wireless Communication System स्थापित किया जाएगा।
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GIS टीम कंट्रोल रूम में हर समय तैनात रहेगी।
सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश
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जल संस्थान, यूपीसीएल, लोनिवि, एनएच, पुलिस, फॉरेस्ट के सक्षम अधिकारी प्रतिदिन दो शिफ्ट में उपस्थित रहेंगे।
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विभागीय शिकायतों का उसी दिन निस्तारण अनिवार्य किया गया है।
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अब तक प्राप्त 125 शिकायतों में से 122 का समाधान हो चुका है।
भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में तैनात रहेंगी JCB मशीनें
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भूस्खलन संभावित क्षेत्रों जैसे मसूरी, चकराता, त्यूणी, डोईवाला आदि में JCB मशीनें पहले से तैनात रहेंगी।
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संबंधित विभागों के अधिकारी इनकी निगरानी करेंगे।
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JCB चालकों और संबंधित इंजीनियरों के नंबर कंट्रोल रूम की दीवारों पर चस्पा किए जाएंगे।
राज्य में पहली बार तहसीलों और थानों में लगेंगे हाई-क्वालिटी सायरन
डीएम बंसल के प्रयासों से उत्तराखंड में पहली बार जिले की तहसीलों व थानों में उच्च गुणवत्ता वाले चेतावनी सायरन स्थापित किए जाएंगे। इससे आपदा की पूर्व सूचना जनसामान्य तक समय रहते पहुँचाई जा सकेगी।
📞 आपदा कन्ट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर
जनता आपदा संबंधी किसी भी समस्या या शिकायत के लिए निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क कर सकती है:
📱 0135-2726066, 0135-2626066, 0135-2626067, 0135-2626068
अन्य निर्देश और सुधारात्मक कदम
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सभी रिक्त पदों को भरने, ख़राब उपकरणों को हटाने, और ज़रूरी संसाधनों की फ़ाइल प्रक्रिया तेज़ करने के निर्देश दिए गए हैं।
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आपदा कंट्रोल रूम में सभी लैंडलाइन और मोबाइल नंबर स्पष्ट रूप से चस्पा रहेंगे।
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आपदा प्रबंधन पत्राचार में इन सभी नंबरों का उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
