उत्तराखंड सरकार द्वारा आयोजित होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। समिट का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में निवेश को बढ़ावा देना है, जिससे राज्य को विकसित बनाने का लक्ष्य है। सरकार ने ढाई लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है, जो अब तक 50 हजार करोड़ से अधिक हो चुका है और इसे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने स्पष्ट किया है कि समिट से पहले ही जमीन पर उतराए जाने वाले करारों को पूरा करने के लिए सक्रिय सिस्टम को स्थापित किया गया है। सिरे से कहा जा रहा है कि इस आयोजन से पहले ही तीन लाख करोड़ के करार कर लिए जा चुके हैं, जिससे सरकार को बड़ी बदलाव की उम्मीद है।
निवेश का लक्ष्य हासिल करने पर, सीएम धामी ने उद्यमियों को सभी आवश्यक सहूलियतें प्रदान करने का आदेश दिया है। जरूरी मंजूरियों की सिंगल विंडो सिस्टम से प्रदान की जाएगी और पांच सौ करोड़ से अधिक के निवेश के करारों के लिए एक-एक नोडल अफसर का नियुक्ति भी किया गया है।
धामी सरकार ने निवेश का अपना लक्ष्य हासिल करके एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है, और अब चुनौती है कि इन करारों को जमीन पर उतारकर राज्य को विकसित बनाए रखने के लिए उच्च स्तर पर काम किया जाए।