देहरादून: उत्तराखंड में वर्श 2019 में हुआ छात्रवृृत्ति घोटाले ने सभी को हैरान कर दिया था जिसमें कई कालेजो के द्वारा शातिर तरीके से संगठित होकर फर्जी एडमिशन कराकर छात्र निधि को धोखाधडी से प्राप्त किया था।
इस प्रकरण में माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर एस0आई0टी0 घटित कर उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदो के समस्त महाविद्यालयों में छात्रों कि छात्रवृृत्ति के घोटाले को लेकर बडे पैमाने पर जाॅच शुरू कराई गई ।
एस0आई0टी0 की जाॅच में कुछ विद्यालयों के द्वारा छात्रवृृत्ति को फर्जी तरीके से प्राप्त कर गबन किया जाना प्रकाश में आया था, जिसके क्रम में उत्तराखण्ड राज्य के अलग-अलग जनपदो में कई अभियोग पंजीकृृत कराये गये थे।
इसी क्रम में थाना सिडकुल जनपद हरिद्वार में वर्ष 2019 में एन पावर एकेडमी, रानीपुर मोड हरिद्वार के विरूद्व एक मु0अ0स0 357/2019 धारा 420,409,467,468,471,34, 120बी भा0द0वि0 पंजीकृृत हुआ था। जिसके निदेशक राहुल विश्नोई के विरूद्व विवेचना प्रचलित है।
उक्त अभियोग के पंजीकृृत होने के पश्चात् से ही अभियुक्त राहुल विश्नोई पुत्र श्री के0के0 विश्नोई निवासी 546 आवास विकास ऋषिकेश देहरादून दो वर्षों से लगातार फरार चल रहा था तथा अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था। जिसकी गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जनपद हरिद्वार द्वारा अपने आदेश संख्या डीसीआरबी/ईनाम/ 22 दिनाॅक 31.05.2022 को 15,000/- रूपये का ईनाम घोषित किया गया था। जिसको उत्तराखण्ड एस0टी0एफ0 द्वारा मोहिनी रोड , देहरादून से गिरफ्तार किया गया।
ज्ञात हो कि एन पावर एकेडमी एम0बी0ए0, बी0बी0ए0, बी0सी0ए0 व अन्य डिप्लोमा के पाठ्यक्रमों में छात्रों का प्रवेश एवं काउन्सलिंग का कार्य किया जाता था। यह कालेज मानव भारती सोलन हिमाचल प्रदेश से एफिलेटिड था।
उक्त पाठ्यक्रमो में शामिल होने वाले छात्रो की छात्रवृृत्ति का पैसा लगभग 25 लाख रूपये को गबन किया जाना प्रकाश में आया था।