देहरादून : राधा रतूड़ी कल महीने के अंतिम दिन डॉ सुखबीर सिंह संधू के Retire होने के बाद CS हो जाएंगी.सवाल ये तैरने लगा है कि उनके पास मौजूद गृह विभाग फिर कौन संभालेंगे.ACS आनंद बर्द्धन-प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु या फिर L फैनई में से किसी को ये अहम महकमा सौंपा जाएगा या फिर DGP फ़ॉर्मूला अपनाते हुए CS को ही गृह विभाग भी सौंपा जाएगा.CM पुष्कर सिंह धामी अक्सर चौंकाने वाले फैसले लेने की प्रतिष्ठा रखते हैं.इस बार उनके इस कदम पर भी सभी की निगाह है.
राधा के मुख्य सचिव बन जाने पर आनंदबर्द्धन वरिष्ठता के लिहाज से गृह महकमा सँभालने के हकदार समझे जाते हैं.वह पहले भी इस जिम्मेदारी को दो बार निभा चुके हैं.CM पुष्कर उन पर एक बार फिर यकीन करते हुए गृह महकमा सौंपते हैं या नहीं, इस पर कयास लग रहे हैं.उनको ये महकमा नहीं मिलता है तो फिर प्रमुख सचिव सुधांशु और फैनई हैं.
सुधांशु को कड़क और सख्त समझा जाता है.पुलिस को नियंत्रित करने के लिए उनको गृह महकमा सौंपा जाता है तो भी ताज्जुब नहीं होगा.फैनई भी सुधांशु के ही बैच (1997) के हैं.अच्छी छवि है लेकिन उनके मिजाज को गृह महकमा के माफिक नहीं समझा जाता है.ये बात दीगर है कि बेहद साधारण-सामान्य छवि के बावजूद राधा ने इस महकमे को कुशलता से संभाला है.
वरिष्ठों को अगर मौका देने में CM राजी नहीं होते हैं तो फिर अगली बारी सचिवों की आती है.उनमें सबसे वरिष्ठ R मीनाक्षी सुन्दरम हैं.वह साल 2001 बैच के हैं.फिर साल-2002 बैच वाले शैलेश बगौली-राधिका झा हैं.इससे नीचे सरकार गृह विभाग के लिए शायद ही जाएगी.इस बैच के दो अन्य अफसर नितेश झा और सेंथिल पांडियन उत्तराखंड से बाहर हैं.
नितेश त्रिवेंद्र राज में गृह सचिव रह चुके हैं.इसलिए सचिव को गृह महकमा देने में कोई दिक्कत शायद ही सरकार को होगी.ये भी कयास लग रहे हैं कि क्या DGP की कुर्सी संभाले हुए अभिनव को जिस प्रकार गुप्तचर महकमा भी सौंपा गया है, उसी तरह ये भी मुमकिन है कि राधा को गृह भी देखने के लिए कहा जाए.
पूर्व में वित्त और खनन-नागरिक उड्डयन मुख्य सचिव देख चुके हैं.नए मुख्य सचिव की ताजपोशी के बाद कल ही फेरबदल का बड़ा दौर सचिव स्तर पर होने की तगड़े आसार हैं.राधा के महकमे हट के किसी अन्य अफसर को जाएंगे तो फिर फेरबदल की जंजीर लम्बी हो सकती है