उत्तराखंड : उत्तराखंड जहां एक और नशा मुक्त प्रदेश बनाने की कोशिश की जा रही है वहीं 700 करोड़ की शराब गटक गए कुमाऊं के लोग, बता दें कि नैनीताल जिले में सर्वाधिक शराब की बिक्री देखने को मिली है 701 करोड़ की शराब पी चुके हैं कुमाऊं मंडल के लोग सरकार,एक और जहां नशे के विरुद्ध जागरूकता अभियान चला रही है, वहीं दूसरी और काफी मात्र शराब बिकती हुए नजर आ रही है!
बता दें कि तृतीय वर्ष समाप्त होने की कगार पर है वही आ आबकारी का क्लोजिंग का कार्य तेजी गति से चल रहा है , आबकारी विभाग भी क्लोजिंग को लेकर काफी मुस्तैद है,
इस वर्ष यानी वर्ष 2022 23 मैं आबकारी विभाग को कुमाऊं मंडल से 783 रुपए का लक्ष्य मिला था लगभग जनवरी के माह मे मैं ही विभाग द्वारा 701 करोड़ का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है, संयुक्त आबकारी आयुक्त कुमाऊं मंडल केके कांडपाल ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022 23 में करीब 2 माह अभी बाकी है शराब की दुकानों से मिलने वाला राजस्व प्राप्ति के लिए विभाग द्वारा अभियान चलाकर शराब कारोबारियों से राजस्व वसूला जा रहा है, राजस्व जमा नहीं करने की स्थिति में कई दुकानों को निरस्त करने की भी कार्रवाई की गई है, उन्होंने बताया कि कुमाऊं मंडल में 280 मदिरा की दुकानें हैं जहां 138 अंग्रेजी और 142 देसी शराब की दुकान है!
उत्तराखंड में शराब से सरकार को मोटा राजस्व मिलता है. इसके लिए हर साल लक्ष्य निर्धारित किया जाता है. वहीं आबकारी विभाग की क्लोजिंग में दो माह शेष हैं. इसके बाद मार्च में नई निविदा निकाली जाएंगी. वहीं कुमाऊं मंडल में अभी तक लोग 701 करोड़ की शराब पी गए. मार्च तक इस राशि में इजाफा देखने को मिल सकता है!