फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर नियुक्त बर्खास्त कुल सचिव संदीप कुमार की ट्रेनिंग प्लेसमेन्ट अधिकारी के पद पर हुई अवैध नियुक्ति भी आखिरकार निरस्त कर दी गई है।
संदीप कुमार को गिरफ्तार किया गया है। संदीप कुमार के खिलाफ विजलेंस की चांच के लिए दस्तावेज सहित शिकायत दर्ज हुई , दस्तावेज सही पाए जाने पर संदीप कुमार की रजिस्ट्रार के पद पर की गई नियुक्ति निरस्त हो गई। और अब इसकी ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट अधिकारी के पद पर हुई नियुक्ति भी निरस्त हो गई है।
एक तरीके से आप संदीप कुमार विश्वविद्यालय से पूरी तरह से बर्खास्त हो गया है।
उत्तरखण्ड प्रदेश के निर्माणकाल से ही बाहरी राज्यों के नौकरशाहों द्वारा भ्रष्ट राजनीति व्यक्तियों से गठजोड़ करते हुए नवगठित प्रदेश को लूटने खसौटने का कार्य किया जाता रहा है। ऐसे ही भ्रष्ट कारनामों के लिए चर्चित जी० बी० पन्त इन्जीनियरिंग कॉलेज, पौड़ी गढ़वाल में पूर्व में उपकरणों की आपूर्ति करने वाले सप्लायर संदीप कुमार की फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर पहले ट्रेनिंग प्लेसमेन्ट अधिकारी के पद पर अवैध नियुक्ति की गई और उसके उपरान्त पुनः संस्थान के महत्वपूर्ण कुल सचिव के पद पर भी अवैध नियुक्ति कर दी गयी जब कि संदीप कुमार उक्त दोनों ही पदों हेतु वांछित शैक्षिक अर्हता प्राप्त नहीं करते थे।
उसकी शैक्षिक अर्हता मात्र हाईस्कूल एवं तृवर्षीय डिप्लोमा प्राप्त थी। संदीप कुमार द्वारा अपनी शैक्षिक अर्हता के प्रमाण पत्रों में छेड़-छाड़ करते हुए एक ही वर्ष 2008 में बी०सी०ए० एवं एम०सी०ए० की जाली मार्कशीट के आधार पर उक्त नियुक्तियों प्राप्त की गई एवं संस्थान में उपकरणों की करोड़ो रूपयों की खरीद-फरोक्त में भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हुए वर्ष 2018-2019 में संस्थान में 59 शिक्षकों की बिना मानकों के विपरीत करोड़ो रूपयों की रिश्वत लेते हुए अवैध नियुक्तियाँ करवायी गयी।
इस सम्बन्ध में विभिन्न सामाजिक संगठनों के माध्यम से विस्तृत दस्तावेजों सहित शासन स्तर पर शिकायते की गई। जिस पर मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा तत्काल निर्णय लेते हुए संदीप कुमार को कुल सचिव के पद से निलंबित करते हुए भ्रष्टाचार एवं अवैध नियुक्तियों की विस्तृत जांच हेतु एस०आई०टी० गठन करने का निर्णय लिया गया। एस०आई०टी० द्वारा विस्तृत जांच करते हुए संस्थान में बिना मानकों के अवैध रूप से चयनित 59 शिक्षकों / कुल सचिव के पद पर हुई अवैध नियुक्तियों से सम्बन्धित महत्वपूर्ण दस्तावेजों को गायब करने के प्रकरण में जांच के आधार पर संदीप कुमार को दिनांक 12-09-2022 को गिरफ्तार करते हुए 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल में निरूद्ध किया गया।
संस्थान की माननीय तकनीकी शिक्षा मंत्री / अध्यक्ष प्रशासकीय परिषद की अध्यक्षता में दिनांक 14-05-2022 को सम्पन्न हुई बैठक में संदीप कुमार को अवैध रूप से नियुक्त कुल सचिव के पद से बर्खास्त किये जाने का निर्णय लिया गया है एवं पुनः ट्रेनिंग प्लेसमेन्ट के पद पर हुई अवैध नियुक्ति को भी जांचोपरान्त दिनांक 4-3-2023 को सम्पन्न हुई प्रशासकीय परिषद की 33वीं बैठक के द्वारा ट्रेनिंग प्लेसमेन्ट के पद पर हुई नियुक्ति को निरस्त करने का निर्णय लिया गया। जिसके क्रम में संस्थान के पत्र दिनांक 27-03-2023 के द्वारा संदीप कुमार को ट्रेनिंग प्लेसमेन्ट के पद से बर्खास्त किया गया है।
संस्थान से कुल सचिव एवं ट्रेनिंग प्लेसमेन्ट अधिकारी के पद से बर्खास्त संदीप कुमार के द्वारा संस्थान में किये गये भ्रष्टाचार एवं 59 अवैध शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित प्रकरण की वर्तमान समय में एस०आई०टी० द्वारा जांच प्रचलित है। जिसमें निकट भविष्य में प्राप्त सबूतों के आधार पर नकल अधिनियम के तहत नकल कराने एवं नकल करके नियुक्ति पाने वाले अभ्यर्थियों / संदीप कुमार पर यथोचित धाराओं में शीघ्र ही कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।