क्राइम स्टोरी के संपादक राजेश शर्मा यूं तो पिछले कई सालों से जनता की आवाज लिखने का खामियाजा भुगत रहे हैं । बिना विज्ञापन के अख़बार चलना ख़बर लिखने के एवज में राजद्रोह का मुकदमा और जेल जाना ये सब देख लिया लेकिन जनता को ये हकीकत भी जाननी जरूरी है कि, बीते नेतृत्व को डुबोने का काम अगर किसी ने किया तो वो इन जैसे अधिकारियों ने किया जो सीएम को सही बात पहुँचना तो दूर गलत फीड बैक देते रहे।
सुनिए ऑडियो
ये जिनकी आवाज आप सुन रहे हैं, ये उत्तराखंड सूचना विभाग के उप निदेशक हैं। नाम है केएस चौहान।
यह जो मेरे अख़बार को विज्ञापन ना देने के लिए महिला अधिकारी उद्योग निदेशक को कह रहे हैं। ये कोई एक अकेले अधिकारी नही है। इसके अलावा कुछ तो ऐसे अधिकारी हैं, जिनके कई ऐसे उदाहरण हैं कि, कैसे सूचना विभाग का एक अधिकारी एक महिला के मोह में लार टपकाते हुए कह रहा है कि आपके विज्ञापन हो जाएंगे, आपको चिंता करने की जरूरत ही क्या है ! वह अधिकारी कह रहे हैं कि एक क्या दो या तीन अख़बार भी होंगे तो भी में हूँ ना………