देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने भी विधानसभा में बैकडोर भर्तियां की है। जिनकी नामो की लिस्ट सोशल मीडिया पर जोरों शोरों से वायरल हो रही है
अब सवाल यह उठ रहे है कि किस प्रकार से विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद रितु खंडूरी ने उत्तराखंड से बाहर के लोगों को को-टर्मिनस आधार पर अपने साथ तैनात किया है। क्या विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी को अपने स्टाफ के लिए उत्तराखंड का कोई भी सुयोग्य नहीं मिला। जो उनको बाहर से लाने की जरूरत पड़ी।
सोशल मीडिया में जो लिस्ट वायरल हो रही हैं। वो इस प्रकार से है
- विशेष कार्य अधिकारी अशोक शाह पुत्र स्वर्गीय डीएल शाह निवासी मकान नंबर 5 बी 11वी सी ब्लॉक जनकपुरी नई दिल्ली अशोक शाह के बारे में दावा किया जा रहा है कि इन्हें लेवल 10 की तनख्वाह पर रखा गया है जो प्रतिमाह ₹100000 बनता है
- दूसरे नंबर पर रितु खंडूरी के लिए सहायक जनसंपर्क अधिकारी आभास सिंह पुत्र भूपेंद्र सिंह निवासी फ्लैट नंबर 1130 ब्लॉक ए गौर सिटी 1 नोएडा एक्सटेंशन इनके लिए लेवल 7 की वेतन जो कि लगभग ₹60000 है तय की गई है
- तीसरे नंबर पर सहायक सूचना अधिकारी उत्कर्ष रमन पुत्र मूलनिवासी पटना बिहार है इनके लिए भी लेवल 7 की तनख्वाह लगभग ₹60000 नियत की गई है
- चौथे नंबर पर सलाहकार के रूप में ललित डागर को तैनाती दी गई है जो 28 कैलाश नगर नई दिल्ली के रहने वाले हैं लेकिन अवेतनिक बताए जा रहे हैं रितु खंडूरी के नाम से चल रहे इन नामों से आने वाले समय में उत्तराखंड की राजनीति में कितना शोर मचेगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा किंतु जिस प्रकार बैक डोर भर्ती के खिलाफ एक्शन लेने के बाद रितु खंडूरी पर यह रिएक्शन देखने को मिला है उसे एक बात तो तय है कि आने वाले वक्त में भाजपा के भीतर भाजपा कि कलह और तेजी से उभर कर आएगी।