बड़ी खबर:एसआरएचयू में डेटा को सांख्यिकीय रूप से सुरक्षित रखने को कार्यशाला
डोईवाला: स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट में अनुसंधान डेटा को सांख्यिकीय तरीके से सुरक्षित रखने के लिए ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विशेषज्ञों ने इसमें आने वाली चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
एसआरएचयू में अनुसंधान किये गये डेटा को सांख्यिकीय रूप से सुरक्षित रखने का लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। काार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को रिसर्च एवं डेवलपमेंट सेल की निदेशक डॉ. बिन्दू डे ने कार्यशाला का उद्देश्य व इसका विवरण प्रदान किया। उन्होंने डेटा विश्लेषण में विशेष रूप से असंरचित डेटा में आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला में विशेषज्ञ एसजीपीजीआई लखनऊ के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनुप कुमार, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ के सहायक प्रोफेसर डॉ. अमित कुमार मिश्रा और लखनऊ विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार मोरल प्रतिभागियों को सटीक डेटा विश्लेषण, शोध प्रश्न तैयार करने, परिकल्पना परीक्षण और शोध में विश्वसनीयता और वैधता सुनिश्चित करने में सांख्यिकीय तरीकों की भूमिका पर विस्तार से जानकारी दी।
समापन सत्र में डॉ. अनुप कुमार और डॉ. अशोक मोरल ने भारतीय सांख्यिकी के जनक पी. सी. महालनोबिस के योगदान पर प्रकाश डालते हुए 2024 के विषय निर्णय लेने के लिए डेटा का उपयोग पर चर्चा की। इस दौरान कम्यूनिटी मेडिसिन के विभागध्यक्ष डॉ. ए.के. श्रीवास्तव ने सभी संसाधन संकाय का धन्यवाद ज्ञापित किया। एक सप्ताह तक चली कार्यशाला के सफल संचान में बायोस्टैटिस्टिक्स विभाग के अभिनव बहुगुणा, आकांक्षा उनियाल उनियाल ने अपना योगदान दिया।